नई दिल्ली/गाजियाबाद: गाजियाबाद-दिल्ली यूपी बॉर्डर जिसे यूपी गेट भी कहा जाता है, यहा पर किसानों के आंदोलन का आज तीसरा दिन है. भारतीय किसान यूनियन के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश के कई जिलों के किसान यूपी गेट पर केंद्र सरकार द्वारा लाए गए कृषि बिलों का विरोध करने और दिल्ली में मौजूद हरियाणा और पंजाब की किसानों को समर्थन देने के लिए यू पी गेट पर इकट्ठा हैं और दिल्ली में प्रवेश कर जंतर-मंतर जाना चाहते हैं. लेकिन किसानों को दिल्ली में प्रवेश करने की अनुमति नही दी जा रही है. किसान यूपी बॉर्डर पर डटे हुए हैं.
यूपी गेट पर बीते 3 दिनों से किसानों का आंदोलन जारी
केंद्र सरकार द्वारा लाए गए कृषि कानूनों बिल को लेकर माहौल लगातार गर्म होता जा रहा है. एक तरफ नरेंद्र मोदी सरकार कृषि कानूनों को किसानों के हित में उठाया गया ऐतिहासिक कदम बता रही है, तो वहीं दूसरी तरफ किसान कृषि क़ानून के विरोध में उतर आए हैं. भारतीय किसान यूनियन के नेतृत्व में यूपी गेट पर बीते 3 दिनों से किसानों का आंदोलन जारी है. किसान कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग को सरकार के समक्ष रखने के लिए दिल्ली के जंतर मंतर या रामलीला मैदान जाना चाहते हैं लेकिन किसानों को दिल्ली में प्रवेश करने की अनुमति नहीं मिल रही.
पुलिस द्वारा डबल लेयर की बैरिकेडिंग लगाई गई है
रविवार को यूपी गेट पर आंदोलन कर रहे किसानों ने दिल्ली में प्रवेश करने का प्रयास किया था. इस दौरान किसानों ने दिल्ली पुलिस द्वारा लगाई गई बैरिकेडिंग को तोड़ दिया था. जिसके बाद आज दिल्ली बॉर्डर पर दिल्ली पुलिस द्वारा डबल लेयर की बैरिकेडिंग लगाई गई है.
किसान अपने साथ ट्राली भरकर लाए सामान
किसानों का कहना है कि जब तक सरकार उनकी मांगे नहीं मानती है और कृषि क़ानूनों को वापस नहीं लेती है तब तक यूपी गेट पर भारतीय किसान यूनियन के नेतृत्व में किसानों का आंदोलन जारी रहेगा. किसान अपने साथ राशन, गैस चूल्हा, रज़ाई आदि ट्रालियों में भरकर लाए हैं. जिसे देखकर यह साफ हो जाता है कि किसान आर-पार की लड़ाई के मूड में हैं. इतना ही नहीं किसान मनोरंजन का सामान भी साथ लेकर आए हैं. यूपी गेट पर किसान रागनी गाकर मनोरंजन करते और हुक्का गुड़गुड़ाते नज़र आ रहे हैं.
किसानों की संख्या में और इजाफा
बीते 2 दिनों के मुकाबले यूपी गेट पर आज किसानों की संख्या में और इजाफा देखने को मिल रहा है. उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों से किसान लगातार यूपी गेट पहुंच रहे हैं. गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी द्वारा आंदोलनकारी किसानों को खाना वितरित किया जा रहा है.