नई दिल्ली/नोएडा: गौतमबुद्ध नगर में कोरोना के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं. वहीं जिले में कंटेनमेंट जोन की संख्या 280 हो गई है. कंटेनमेंट जोन को दो श्रेणियों में बांटा गया है. श्रेणी 1 में 245 कंटेनमेंट जोन और श्रेणी 2 में 35 कंटेनमेंट जोन हैं. नियमों के मुताबिक शहरी क्षेत्र में अगर एक कोरोना संक्रमित है, तो 250 का क्षेत्र कंटेनमेंट जोन में तब्दील किया जाएगा. वहीं अगर एक से ज्यादा केस बढ़ते हैं तो बफर जोन के तहत 250 मीटर का इलाका बफर जोन के तहत सील किया जाएगा.
वहीं बिल्डिंग, मल्टी स्टोरी और सोसाइटी में अगर एक कोरोना मामला मिलता है तो उस फ्लोर को सील किया जाएगा. वहीं अगर एक से ज्यादा संक्रमित मिलता है तो पूरी बिल्डिंग को सील किया जाएगा. साथ ही पब्लिक प्लेसेस जैसे पार्क, स्विमिंग पूल, बैंकट हॉल को भी कंटेनमेंट जोन में शामिल किया जाएगा. जिलाधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि गौतमबुद्ध नगर में चिन्हित हॉटस्पॉट्स पर हेल्थ कैंप लगाए गए हैं. चेकअप किया जा रहा है. इस दौरान कोई व्यक्ति जिसमें इन्फ्लुएंजा के लक्षण दिखाई देते हैं. उन्हें शुरुआती दौर में ही आइसोलेट किया जाता है.
280 कंटेनमेंट जोन
गौतमबुद्ध नगर में कंटेनमेंट जोन को कैटेगरी-1 और कैटेगरी-2 में बांटे गए हैं. कैटेगरी-1 में उन क्षेत्रों को रखा गया है, जिनमें एक कोरोना संक्रमित मिला. ऐसे क्षेत्रों में 250 मीटर की परिधि को सील किया गया है. वहीं कैटेगरी-2 जहां एक से ज्यादा कोरोना संक्रमित मिले हैं. उन क्षेत्रों की 500 मीटर की परिधि को सील किया गया है. जिलाधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि फिलहाल गौतमबुद्ध नगर में 280 कंटेनमेंट जोन है.
बढ़ती कंटेनमेंट जोन से उद्यमी परेशान
कंटेनमेंट जोन कि लगातार बढ़ रही संख्या से कहीं ना कहीं उद्योग पर भी असर दिखाई देता है. उत्तर प्रदेश की औद्योगिक नगरी नोएडा में कंटेनमेंट जोन की लगातार बढ़ रही संख्या परेशानी का सबब बनी हुई है. हाल ही में गौतमबुद्ध नगर में कंटेनमेंट जोन की संख्या साढ़े 400 के पार पहुंच गई थी ऐसे में उद्योगों पर इसका असर साफ तौर पर देखने को मिला था.