नई दिल्ली/नोएडा: गौतमबुद्ध नगर जिले में कोरोना काल के दौरान लोग सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क सहित कोरोना की अन्य गाइडलाइन की जम कर धज्जियां उड़ा रहे हैं. प्रशासन तमाम विज्ञापन और एडवाइजरी के माध्यम से लोगों को जागरूक करने की कोशिश में पैसा पानी की तरह बहा रही है और जिले के वासियों के कान पर जू नहीं रेंगती दिख रही.
कोरोना से बेखौफ है पब्लिक
गौतमबुद्ध नगर जिले में बाजार, मॉल और अस्पतालों में लोग दिन के किसी भी वक्त बिना मास्क चढ़ाए घुमते हुए देखे जा रहे हैं. किसी भी सार्वजनिक स्थान पर नियमों को ताक पर रख कर खुद की और दूसरों की जान खतरे में डाल रहे हैं. कोरोना के नियमों को तोड़ने वाले बाशिंदों को नियंत्रण में रखने के लिए प्रशासन ने कुछ दिनों तक कार्रवाई की भी थी, लेकिन अब सारी कार्रवाई ठंडे बस्ते में जाती नज़र आ रही है.
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गाइडलाइन का पालन न किया तो बीमारी को बढ़ाने में सहयोग
डॉक्टर एचएम लवानिया कहना है कि वैक्सिंग लगने के बावजूद भी सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क लगाना जरूरी है. इसके साथ ही जिनको वैक्सीन नहीं लगी है, उन्हें मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है.जो कोरोना महामारी की गाइडलाइन का पालन नहीं कर रहें ,वह बीमारी को बढ़ाने में सहयोग कर रहे हैं. लोगों को नियमों का पालन तब तक करना चाहिए जब तक पूरी तरीके से महामारी खत्म नहीं हो जाती.