नई दिल्ली/नोएडा: गौतमबुद्ध नगर जिले की क्राइम ब्रांच ने फरार बिल्डर को 2 साल बाद सर्विलांस के माध्यम से एग्जॉटिका ड्रीमविले सोसायटी से गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी लोगों को फ्लैट देने के नाम पर धोखाधड़ी करता था. बता दें कि आरोपी लोगों की गाढ़ी कमाई लेकर उन्हें अच्छे आशियाने का सपना दिखाकर अचानक फरार हो गया. जिसके खिलाफ नोएडा के थाना सेक्टर 49 में धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया गया. बिल्डर के ठिकाने का पता किसी के पास ना होने के चलते इसे पकड़ पाना पुलिस के लिए एक बड़ी चुनौती थी.
2 साल से फरार बिल्डर गिरफ्तार
थाना सेक्टर 49 में डॉ. कुशल बनर्जी और श्रीमती सुमीता बनर्जी ने धारा 420, 406, 468, 120बी, 34 के तहत मुकदमा पंजीकृत कराया. इन दोनो मामलों की विवेचना अपराध शाखा गौतमबुद्ध नगर से की जा रही थी. इन मामलों का वांछित अभियुक्त पीएसए इंपैक्ट का निदेशक और बिल्डर हरीश कुमार करीब 2 साल से वांछित चल रहा था. जिसके निवास स्थान की कोई जानकारी नहीं थी.
अपराध शाखा गौतमबुद्ध नगर द्वारा सर्विलांस की सहायता लेते हुए अभियुक्त का निवास स्थान तस्दीक कर अभियुक्त को एग्जोटिका ड्रीम वेली सोसाइटी से गिरफ्तार किया गया है. अभियुक्त द्वारा काफी व्यक्तियों से पैसा प्राप्त कर वायर बिल्डर्स एग्रीमेन्ट दिए गए, लेकिन अभियुक्तों द्वारा किसी भी बायर्स को फ्लैट नहीं दिए गए. इसी प्रकार से कई व्यक्तियों के साथ धोखाधड़ी की गई है. इनके विरुद्ध ईओडब्लू दिल्ली में भी अभियोग पंजीकृत है.
पुलिस कर रही छानबीन
बिल्डर और कंपनी के डायरेक्टर की गिरफ्तारी और उसके द्वारा दी गई धोखाधड़ी के संबंध में डीसीपी प्रथम जोन राजेश यश ने बताया कि पकड़ा गया आरोपी शातिर किस्म का ठग है. इसके खिलाफ 2 लोगों द्वारा मुकदमा दर्ज कराया गया था, वहीं जांच में सामने आया है कि पकड़ा गया बिल्डर काफी लोगों के साथ धोखाधड़ी कर चुका है. पकड़े गए आरोपी के खिलाफ संबंधित धाराओं में दर्ज मामलों के आधार पर जेल भेजा गया है. वहीं मामले की जांच की जा रही है कि इसके द्वारा और किन-किन लोगों के साथ धोखाधड़ी की गई है.