नई दिल्ली/नोएडाः भारतीय किसान यूनियन भानु गुट का धरना बुधवार को 58वें दिन समाप्त हो गया. इसकी घोषणा राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के बाद अध्यक्ष भानु प्रताप सिंह ने की. ईटीवी भारत से भानु गुट के प्रदेश अध्यक्ष योगेश प्रताप सिंह ने बातचीत में कहा कि जो हुआ गलत हुआ, यह नहीं होना चाहिए था. दिल्ली की घटना निंदनीय है. इसकी सरकार द्वारा उच्च स्तर पर जांच की जानी चाहिए. जो भी दोषी हैं, उनको सजा देनी चाहिए. भानु गुट की तरफ से कोई उपद्रव या अशांति नहीं फैलाई गई. धरना मजबूरी में समाप्त करना पड़ रहा है.
अंतिम सांस तक लड़ूंगा किसानों की लड़ाई
योगेश प्रताप सिंह ने भावुक होते हुए कहा कि अंतिम सांस तक किसानों के हक की लड़ाई लड़ते रहेंगे. राष्ट्रीय कार्यकारिणी ने भले ही चिल्ला बॉर्डर पर धरना समाप्त कर दिया है, लेकिन यह लड़ाई आगे जारी रहेगी. कृषि कानून को किसी भी हाल में उत्तर प्रदेश में लागू नहीं होने देंगे. इसके लिए सरकार भले ही गोली मार दे. उन्होंने कहा कि सरकार ने साजिश रच कर बदनाम करने की कोशिश की है, उसे बखूबी समझते हैं.
ये भी पढ़ेंः किसानों की जीत ही मेरे जन्मदिन की सौगात: भानु गुट प्रदेश अध्यक्ष
जो हो रहा है, नहीं होना चाहिए
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि बहुत गलत हुआ, लड़ाई अभी जारी रखनी चाहिए थी. जो हो रहा है, वह नहीं होना चाहिए था. क्या हो रहा है, कुछ समझ में नहीं आ रहा.