नई दिल्ली/नोएडा: यूपी के नोएडा सेक्टर 33 शिल्प हाट में दिवाली उत्सव कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया. कार्यक्रम का उद्देश्य उत्तर प्रदेश के जिलों के छोटे-छोटे शिल्पकारों को एक प्लेटफॉर्म देना और रोजगार मुहैया कराना है. इस कार्यक्रम में वाराणसी, मुरादाबाद, बिजनौर, आगरा, मथुरा समेत कई जिलों के शिल्पकारों ने अपनी अनोखी प्रतिभा की प्रदर्शनी लगाई है. दिवाली उत्सव कार्यक्रम का शुभारंभ सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग (एमएसएमई) राज्यमंत्री उदयभान सिंह और राज्यसभा सांसद डॉ. विनय सहस्त्रबुद्धे ने किया.
भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और राज्यसभा सांसद विनय सहस्त्रबुद्धे ने बताया कि कोरोना काल के बाद अनलॉक के तहत 'पुनश्च हरिओम' यानी दोबारा शुभारंभ किया गया है. ग्रामीण अंचल से आए सभी बुनकर और शिल्पकारों को एक प्लेटफॉर्म मुहैया कराया गया. ताकि जिंदगी दोबारा से पटरी पर आए और उन्हें रोजगार उपलब्ध हो सके. पारंपरिक कलाकारों को एक प्लेटफॉर्म दिया गया. ताकि उनकी कला को प्रदर्शित किया जा सके और समाज के सामने आए. राजसभा सांसद ने उत्तर प्रदेश इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाइन और UPID की तारीफ की.
उत्तर प्रदेश सरकार के एमएसएमई राज्यमंत्री उदयभान सिंह ने कहा कि देश की परंपरा है जो निरंतर चरैवेति-चरैवेति है. देश आगे बढ़े, इसी ओर सरकार लगातार प्रयास कर रही है. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री और देश के प्रधानमंत्री इसी सिलसिले में काम कर रहे हैं. एक जिला एक उत्पाद (ODOP)के तहत रोजगार उपलब्ध करना मुख्य उद्देश्य है. 70 साल से पहले गांव के लोगों में हुनर जीवित था और उसकी मदद से लोग जीवन यापन किया करते थे. ऐसे में लोगों के हुनर को निखारने के लिए उन्हें एक प्लेटफार्म मुहैया कराया गया है. ताकि उन्हें रोजगार भी उपलब्ध हो सके.