नई दिल्ली/नोएडा: भूमाफियाओं के खिलाफ कार्रवाई के मद्देनजर गैंगस्टर और मेरठ का नामी बदमाश यशपाल तोमर की भूमि को जब्त किया गया है. मेरठ से आई पुलिस फोर्स ने चिटहेरा गांव में 135 बीघा जमीन को कुर्क किया. इस पूरे मामले में परतापुर कोतवाली जांच कर रही है.
पुलिस फार्स ने कुर्क की हुई जमीन पर बोर्ड लगाकर मुनादी कराई है कि यह संपत्ति एक गैंगस्टर की है और इसे पुलिस द्वारा कुर्क किया गया है. बता दें कुर्क की हुई जमीन 135 बीघा की है, जिसका बाजार का भाव करीब-करीब 100 करोड़ रुपये है. वहीं पुलिस द्वारा उन खातों को भी फ्रीज किया गया है, जिससे इससे जुड़े ट्रांजेक्शन हुए हैं.
एसपी मेरठ विवक ने मामले में जानकारी देते हुए बताया कि तत्कालीन करीब दर्जन भर लोगों की संलिप्तता होने का भी अंदेशा जताया जा रहा है. साथ ही बताया कि यह कार्रवाई उच्च अधिकारियों के निर्देश पर की जा रही है. वहीं अन्य जो भी आगे आदेश प्राप्त होंगे उसके अनुसार कार्यवाई की जाएगी. उन्होंने बताया कि जमीन अर्जित करने के मामले की ADMF ने पूरी की जांच के बाद कार्यवाई की है. वहीं शासन को नोएडा डीएम द्वारा रिपोर्ट भेजी गई थी. बता दें कि ग्रेटर नोएडा, हापुड़, मेरठ उत्तराखंड में यशपाल तोमर के खिलाफ जांच चल रही है. वहीं पीड़ितों का कहना है कि फर्जी तरीके से हमारी जमीन को हड़पने का काम किया था, जिसे लेने के लिए शासन प्रशासन की मदद लेनी पड़ी.
इसके साथ ही मेरठ एसपी विवेक ने बताया कि ब्रह्मपुरी थाने में यशपाल तोमर के खिलाफ कई मामले दर्ज हैं, जोकि गैंगस्टर भी है. पुलिस ने इसकी संपत्ति की जानकारी निकाली तो पता चला कि यशपाल तोमर ने अपने नौकरों के नाम जमीन खरीदवाई है और उनके खातों को खंगाल गया. एसपी मेरठ विवेक ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि यशपाल ने अपने तीन नौकर कर्मवीर, बेलू और कृष्णपाल के नाम पर यहां जमीन ली और तीनों का एक ज्वाइंट अकाउंट खुलवाया गया. यशपाल के ससुर ज्ञानचंद के नाम से उस खाते से और उन्हीं के खाते से रुपयों का ट्रांजेक्शन किया गया है. पुलिस के द्वारा बताया गया कि जमीन का मुआवजा भी इसी खाते द्वारा जमा किया गया था जो कि प्राधिकरण ने दिया था. इस खाते से बड़े चेक द्वारा रुपये निकाल लिए गए और वह यशपाल तोमर तक पहुंचाए गए.
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