नई दिल्ली/नोएडा: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने देश को एक अच्छी फिल्म सिटी देने की बात कही है. यूपी ना सिर्फ हिंदी बल्कि देश-विदेश की अन्य भाषाओं के फिल्म निर्माण का बड़ा हब बनकर उभर सकता है. उत्तर प्रदेश यह जिम्मेदारी लेने की तैयारी में है और एक बेहतरीन सिटी बनाने की कवायद तेज हो गई है. फिल्म सिटी के लिए नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना एक्सप्रेस-वे क्षेत्र में जमीन चिन्हित करने के लिए प्राधिकरण को जिम्मेदारी दी गई है. मिली जानकारी के मुताबिक, तकरीबन 1 हजार एकड़ में देश की सबसे बड़ी फिल्म सिटी बसाई जाएगी.
महाराष्ट्र के लिए हो सकता बड़ा झटका
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मेरठ मंडल के विकास कार्यों की समीक्षा के दौरान फिल्म सिटी परियोजना का ऐलान किया है. समीक्षा बैठक के दौरान प्राधिकरण के अधिकारियों ने भूमि उपलब्ध कराने पर सहमति दी है. मौजूदा समय में मुंबई के फिल्म उद्योग को सबसे बड़े फिल्म इंडस्ट्री का दर्जा हासिल है. राजस्व के हिसाब से भी महाराष्ट्र के लिए अहम है. फिल्म सिटी की स्थापना के बाद फिल्म उद्योग से जुड़े लोग यूपी का रुख करते हैं, तो निश्चित तौर पर महाराष्ट्र के लिए बड़ा झटका हो सकता है.
जेवर एयरपोर्ट से मिलेगी बेहतर कनेक्टिविटी
मुंबई फिल्म इंडस्ट्री में सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद बॉलीवुड में चल रही थी और उठापटक को देखते हुए यूपी सरकार का यह फैसला अहम हो सकता है. फिल्म जगत से जुड़े लोग इसे उत्तर भारत के लिए एक बड़ी सौगात मान रहे हैं. जेवर एयरपोर्ट से इसमें खासा मददगार रहेगा.
घोषणा को माना जा रहा बड़ा दांव
फिल्म सिटी के लिए यमुना एक्सप्रेस-वे अथॉरिटी से 1000 एकड़ भूमि मांगने के साथ-साथ इसे मूर्त रूप देने के लिए कंसल्टेंट के चयन की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है. राजनीतिक लिहाज से भी यूपी में देश की सबसे खूबसूरत फिल्म सिटी की स्थापना करने की मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की घोषणा को एक बड़ा दांव माना जा रहा है. पहले डिफेंस कॉरिडोर और अब फिल्म सिटी की स्थापना की घोषणा से रोजगार के काफी अवसर उत्पन्न हो सकते हैं.