नई दिल्ली/नोएडा: एन्टी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट (AHTU) द्वारा 'अपना घर आश्रम' में रह रही गुमशुदा महाराष्ट्र की महिला को 4 वर्ष बाद अपनों से मिलाया. AHTU की यह कार्रवाई पुलिस कमिश्नर के निर्देशन में और महिला सुरक्षा इकाई के पर्यवेक्षण में सफल की गई.
दरअसल बीते 27 मई को नोएडा सेक्टर 34 स्थित 'अपना घर आश्रम' में AHTU द्वारा काउंसलिंग की गई. इस दौरान एक 44 वर्षीय महिला ने अपना नाम रेनुका बताया, साथ ही उसने महाराष्ट्र के परतुर जिला में अपनी बुआ के घर की जानकारी दी. AHTU द्वारा इस महिला के बताए पते पर संपर्क किया गया. जहां से इस महिला के गुमशुदा होने की सूचना मिली.
महाराष्ट्र स्थित परतुर जिला के थाने से सूचना मिली कि गुमशुदा महिला के फुफेरे भाई संजय ने 22 अक्टूबर 2019 को रेनुका की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी. इसके बाद AHTU द्वारा थाने में दर्ज रिपोर्ट से संजय का मोबाइल नंबर लेकर रेनुका के बारे में जानकारी दी गई. रेनुका के फुफेरे भाई संजय ने बताया कि रेनुका की उसके पति बिटठल से अक्सर अनबन रहा करती थी, उसका पति महाराष्ट्र के जालना जिला में रहता है. साल 2015 में रेनुका अपने पति से परेशान होकर राजा बुलडाणा जिला स्थित अपने मायके लौट आई. जहां वह अपने माता-पिता के साथ रहने लगी. इसी बीच रेनुका उसकी मां के साथ अपनी बुआ के घर गई, जहां से लौटते वक्त वह गलत ट्रेन में बैठ गई और घर नही पहुंची. रेनुका के फुफेरे भाई संजय ने बताया कि उन लोगों ने रेनुका को ढूंढने की बहुत कोशिश की, लेकिन उनका कुछ अता-पता नहीं चला, जिसपर उन्होंने परतुर थाने में रेनुका की गुमशुदगी की रिपोर्ट लिखवाई.
AHTU टीम ने सभी उचित कार्रवाई के बाद रेनुका को अपने परिजनों से मिलवाया. करीब चार 4 साल के बाद अपने परिजनों से मिलने पर रेनुका बहुंत खुश दिखी, परिवार वाले भी रेनुका से मिलकर काफी प्रसन्न हुए. एडीसीपी महिला सुरक्षा अंकिता शर्मा ने मामले की जानकारी देते हुए बताया कि महिला के परिजन नोएडा आये. 4 साल बाद मां- बेटी आपस में मिले तो भावुक होकर आंखो में खुशी के आंसू आ गये. AHTU टीम द्वारा महिला को 'अपना घर आश्रम' के सहयोग से व एसीपी 2 नोएडा रजनीश वर्मा के निर्देश के क्रम में उसके परिजनों को सुपुर्द किया गया.