नई दिल्ली/नोएडा: उत्तर प्रदेश के नोएडा और ग्रेटर नोएडा के 15 प्रोजेक्ट को अगर केंद्र सरकार के स्ट्रेस फंड मिला तो तकरीबन 50 हज़ार खरीददारों को उनका आशियाना मिलने का रास्ता साफ हो सकता है. 50 हजार फ्लैट बायर्स को उनका घर दिलाने के लिए उत्तर प्रदेश भू संपदा विनियामक प्राधिकरण (यूपी रेरा) ने पहल शुरू कर दी है. रेरा ने संबंधित बिल्डरों को जल्द से जल्द स्ट्रेस फंड के लिए आवेदन करने को कहा है.
25 हज़ार करोड़ का फंड देने की घोषणा
केंद्र सरकार ने बैंकों, एलआईसी और अन्य स्रोतों से रियल स्टेट सेक्टरों के लिए 25 हज़ार करोड़ का फंड देने की घोषणा की थी. फंड का प्रयोग कर देश भर के अफोर्डेबल और मिडिल इनकम ग्रुप के प्रोजेक्टों को पूरा किया जाएगा. फंड के लिए यूपी रेरा ने 15 प्रोजेक्ट के बिल्डरों को चिन्हित कर आवेदन मांगा है.
बायर्स को मिलेगा उनका आशियाना
अनुमान लगाया जा रहा है कि फंड मिलने से रुके प्रोजेक्ट पूरे होने पर नोएडा और ग्रेटर नोएडा के तकरीबन 50 हजार फ्लैट बायर्स को उनका आशियाना मिल सकेगा. केंद्र सरकार के स्ट्रेस ट्रस्ट फंड घोषणा के बाद से नोएडा और ग्रेटर नोएडा में फ्लैट बायर्स के चेहरे खिलखिला उठे हैं. फिलहाल रेरा ने बिल्डर्स को आवेदन करने को कहा है.
अनुमान लगाया गया है कि नोएडा और ग्रेटर नोएडा मेरु के प्रोजेक्ट को पूरा करने के लिए तकरीबन 10 हजार करोड़ रुपये की जरूरत होगी, कुछ बिल्डरों ने फंड के लिए आवेदन कर दिया है लेकिन कुछ को भी आवेदन करना है. संबंधित बिल्डरों से कहा गया है कि जल्द से जल्द एसबीआई कैपिटल में आवेदन जमा करें, साथ ही उसकी एक प्रतिलिपि रेरा को भी उपलब्ध कराएं.