नई दिल्ली/नोएडा: कोविड 19 महामारी के पहले और दूसरे फेस में लोगो की स्थित यह बन गई थी कि अपने ही अपनों का साथ छोड़ रहे थे. उस दौर में अगर कोई किसी का अपना हुआ तो वह थे डॉक्टर और नर्सिंग स्टाफ जो हर मरीज की देखरेख से लेकर दवाओं तक का ख्याल रखते थे. नोएडा के सेक्टर 39 स्थित कोविड अस्पताल में संविदा पर रखे गए नर्सिंग स्टाफ को नौकरी से बिना नोटिस के निकाल दिया गया.
महामारी के दौरान लोगों की सेवा करने वालों को स्वास्थ्य विभाग ने नौकरी छिनकर मायूस किया है. कर्मचारियों को वेतन तक नहीं दिए गए. नोएडा कोविड अस्पताल के करीब 100 कर्मचारी शिकार हुए हैं.
नौकरी से निकाले जाने और वेतन की मांग को लेकर जब इन लोगों ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी सुनील शर्मा के पास गए तो वहां कोई सुनवाई नहीं हुई. सीएमएस के पास गए तो सीएमएस ने अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए भगा दिया.
इसे भी पढ़ें: नोएडा: इलाज में आए दिक्कत तो ये नंबर करें डायल, न उठने पर यहां करें शिकायत...
कर्मचारियों का कहना है कि अगर हमारी मांगे नहीं मानी गई तो हम जिलाधिकारी से गुहार लगाने के साथ ही लेबर कोर्ट में मुकदमा करेंगे. किसी भी स्टाफ के द्वारा किसी प्रकार की कोई गलती नहीं की गई है और स्वास्थ विभाग द्वारा बिना किसी नोटिस के हमें नौकरी से निकाल दिया गया है, जबकि हमारा कई महीने का वेतन बाकी है.
ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप