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सोहना: राशनकार्ड नहीं होने के कारण भुखमरी की कगार पर 2000 लोग - सोहना में कोरोना क्राइसिस

कोरोना क्राईसिस के बीच देश में जारी लॉक डाउन के कारण आम से लेकर खास सभी के जीवन पर प्रभाव पड़ा है. गरीबों के लिए सरकार की तरफ से लगातार राशन मुहैया करवाया जा रहा है, लेकिन इस बीच कुछ ऐसे भी लोग है, जिनके पास राशन कार्ड नहीं है और उन्हें राशन नहीं मिल पा रहा है.

two thousand people do not have ration card in sohna
सोहना में कोरोना क्राइसिस दो हजार लोगों के पास राशन कार्ड नहीं
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Published : Apr 30, 2020, 2:29 PM IST

नई दिल्ली/गुरुग्राम: जिले के सोहना की समाजसेवी संस्था उन्नति रोटरी रसोई ने ऐसे दो हजार लोगों का सर्वे किया है, जिनके पास राशन कार्ड नही है और उन्हें सरकारी योजनाओं लाभ नहीं मिल पा रहा. ये सभी लोग अब भुखमरी के कगार पर पहुंच गए हैं. सर्वे के दौरान सोहना के 21 वार्डों से ऐसे दो हजार लोगों के नाम सामने आए हैं.

सरकार की तरफ से ऐसे लोगों की पहचान की जा रही है, जिनके पास राशन कार्ड नही है. लेकिन सरकार द्वारा अभी तक सोहना में इस तरह की कोई लिस्ट जारी नहीं की गई है. इस बीच गरीब और बेसहारा लोगों के लिए उन्नति रोटरी रसोई मदद के लिए आगे आई है.

उन्नति रोटरी रसोई द्वारा गरीब और बेसहारा लोगों के लिए कस्बे के शनिदेव मंदिर में एक जनवरी से फ्री रसोई की शुरुआत की गई है, जहां रोजाना हजारो गरीब लोग भोजन करते थे, लेकिन कोरोना जैसी वैश्विक महामारी के बाद देश मे घोषित किये गए लॉक डाउन के बाद संस्था द्वारा सोहना में ठहराए गए प्रवासी श्रमिको के लिए भी खाने पीने की व्यवस्था की जा रही है. इसके अलावा अब दो हजार लोगों के बीच लॉक डाउन तक सूखा राशन और हरि सब्जियां वितरित की जाएगी.

बता दें कि कुछ दिनों पहले ही सीएम मनोहर लाल ने कहा कि हरियाणा में कोरोना महामारी के दौरान किसी को भी भूखा नहीं सोने दिया जाएगा, क्योंकि राज्य सरकार ने ई-पीडीएस के माध्यम से संकटग्रस्त लोगों को भी ‘डिस्ट्रेस राशन टोकन’ बनाकर कर तीन महीने का नि:शुल्क राशन देने का प्रावधान किया हैं.

सीएम ने बताया कि हरियाणा सरकार द्वारा परिवार पहचान पत्र कार्यक्रम चलाया जा रहा है। इसके तहत सरकार द्वारा प्रदान किए सभी लाभों, सेवाओं और योजनाओं से जोड़ा जा सकता है। यह कार्यक्रम पिछले साल 32 लाख से अधिक परिवारों के डेटाबेस के साथ शुरू किया गया और अब तक 12.5 लाख परिवारों का गोल्डन डेटाबेस तैयार किया गया है.

नई दिल्ली/गुरुग्राम: जिले के सोहना की समाजसेवी संस्था उन्नति रोटरी रसोई ने ऐसे दो हजार लोगों का सर्वे किया है, जिनके पास राशन कार्ड नही है और उन्हें सरकारी योजनाओं लाभ नहीं मिल पा रहा. ये सभी लोग अब भुखमरी के कगार पर पहुंच गए हैं. सर्वे के दौरान सोहना के 21 वार्डों से ऐसे दो हजार लोगों के नाम सामने आए हैं.

सरकार की तरफ से ऐसे लोगों की पहचान की जा रही है, जिनके पास राशन कार्ड नही है. लेकिन सरकार द्वारा अभी तक सोहना में इस तरह की कोई लिस्ट जारी नहीं की गई है. इस बीच गरीब और बेसहारा लोगों के लिए उन्नति रोटरी रसोई मदद के लिए आगे आई है.

उन्नति रोटरी रसोई द्वारा गरीब और बेसहारा लोगों के लिए कस्बे के शनिदेव मंदिर में एक जनवरी से फ्री रसोई की शुरुआत की गई है, जहां रोजाना हजारो गरीब लोग भोजन करते थे, लेकिन कोरोना जैसी वैश्विक महामारी के बाद देश मे घोषित किये गए लॉक डाउन के बाद संस्था द्वारा सोहना में ठहराए गए प्रवासी श्रमिको के लिए भी खाने पीने की व्यवस्था की जा रही है. इसके अलावा अब दो हजार लोगों के बीच लॉक डाउन तक सूखा राशन और हरि सब्जियां वितरित की जाएगी.

बता दें कि कुछ दिनों पहले ही सीएम मनोहर लाल ने कहा कि हरियाणा में कोरोना महामारी के दौरान किसी को भी भूखा नहीं सोने दिया जाएगा, क्योंकि राज्य सरकार ने ई-पीडीएस के माध्यम से संकटग्रस्त लोगों को भी ‘डिस्ट्रेस राशन टोकन’ बनाकर कर तीन महीने का नि:शुल्क राशन देने का प्रावधान किया हैं.

सीएम ने बताया कि हरियाणा सरकार द्वारा परिवार पहचान पत्र कार्यक्रम चलाया जा रहा है। इसके तहत सरकार द्वारा प्रदान किए सभी लाभों, सेवाओं और योजनाओं से जोड़ा जा सकता है। यह कार्यक्रम पिछले साल 32 लाख से अधिक परिवारों के डेटाबेस के साथ शुरू किया गया और अब तक 12.5 लाख परिवारों का गोल्डन डेटाबेस तैयार किया गया है.

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