नई दिल्ली/गुरुग्राम: कोरोना के चलते पिछले काफी समय से नगर निगम की सदन की बैठक नहीं हो रही हो रही थी, लेकिन शुक्रवार को इस बैठक का आयोजन किया गया. जिसमें शहर के कई बड़े मुद्दों पर चर्चा की गई. शुरुआती दौर में बैठक हंगामेदार रही.
नगर निगम सदन की बैठक में पार्षदों की तरफ से आरोप लगाया गया कि कुछ अधिकारी उनकी सुनते नहीं है और जो विकास कार्य हो रहे हैं उसमें भ्रष्टाचार की बू आती है. जिस पर नगर निगम कमिश्नर ने सख्ती से आदेश जारी किए गए हैं कि कोई भी अधिकारी किसी भी मामले में भ्रष्ट पाया गया तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
वहीं, सरकारी जमीन पर हो रहे कब्जों को लेकर निगम कमिश्नर विनय प्रताप सिंह ने कहा कि एनफोर्समेंट विंग को इस बारे में सख्त हिदायत दी गई है और कब्जाधारियों से सरकारी जमीन को जल्द खाली कराया जाएगा. शिक्षा विभाग के स्कूलों को भी अब नगर निगम अपने पैसे से सौंदर्यीकरण करेगा और नगर निगम के अंतर्गत आने वाली हुडा की खाली जमीनों पर भी अब नगर निगम चार दिवारी कर पेड़ पौधे लगाएगा. साथ ही आज सदन की बैठक में मॉडल टाउन इलाके में पार्षद द्वारा उठाए गए पार्क के मुद्दे को भी सदन की बैठक में पास कर दिया गया.
पार्षद अश्वनि शर्मा ने कहा कि शहर में लगातार एंक्रोचमेंट हो रहा है. उस तरफ कोई ध्यान नहीं दे रहा है. पार्षद ने निगम की एंक्रोचमेंट टीम पर वसूली के भी आरोप लगाए और कहा कि शहर में हर निर्माणधीन इमारत से पैसे लेकर उगाही की जा रही है.