नई दिल्ली/गुरुग्राम: रजिस्ट्री कराने में आ रही दिक्कतों के चलते गुरुग्राम जिले के डॉक्यूमेंट राइटर, स्टाम्प वेंडर, जिले के तहसीलदार, नायब तहसीलदार, कम्प्यूटर ऑपरेटर और डीड राइटर को गुरुग्राम के लघु सचिवालय में ट्रेनिंग दी गई. ये ट्रेनिंग गुरुग्राम जिला उपायुक्त की तरफ से एनआईसी यानि नेशनल इनफॉर्मेटिक सेंटर की तरफ से दी गई.
इस दौरान यहां पर पहुंचे तमाम लोगों ने सरकार और अधिकारियों पर ही सवाल खड़े कर दिए. उन्होंने कहा कि सरकार का सॉफ्टवेयर अभी पूरी तरह से लागू नहीं हुआ है जिसके चलते ई-अपॉइंटमेंट लेने में काफी दिक्कत आ रही हैं. सरकार को पहले अपना सॉफ्टवेयर ठीक करना चाहिए. उसके बाद इस तरह के ट्रेनिंग कार्यक्रम रखने चाहिए. जो अधिकारी इस ट्रेनिंग को दे रहे हैं. उनसे कहीं ज्यादा तो हम ही जानते हैं.
हालांकि कुछ लोगों ने ये भी कहा कि गुरुग्राम नगर निगम की तरफ से भी अभी कई खामियां हैं जो सॉफ्टवेयर में पूरी तरह से लागू नहीं की गई है. इस सॉफ्टवेयर में रजिस्ट्री कराने से पहले सभी विभागों की एनओसी लेना अनिवार्य है. जिसके चलते दिक्कत आ रही है.
वहीं, ट्रेनिंग देने आए एडीआईओ यानि एडिशनल डिस्ट्रिक इंफोर्मेटिक ऑफिसर लक्ष्मी नारायण मित्तल ने कहा कि सॉफ्टवेयर पूरी तरह से पारदर्शी होगा. अभी सॉफ्टवेयर में कुछ खामियां हैं उन्हें ठीक किया जा रहा है.
बता दें कि, गुरुग्राम में 6 तहसीलों और 3 उपतहसीलों में रजिस्ट्री का कार्य किया जाता है जिसमें गुरुग्राम, सोहना, पटौदी, फरुखनगर, मानेसर, कादीपुर, वजीराबाद, बादशाहपुर, हरसरू में रजिस्ट्री का कार्य होता है, लेकिन कहीं भी सॉफ्टवेयर के काम न करने के चलते रजिस्ट्रियां नहीं हुई हैं.