नई दिल्ली/नूंह: मेवात शहर में जिला कानूनी सेवा प्रधिकरण के तत्वाधान में बाल लैंगिक शोषण को रोकने लिए जागरूकता रैली और नुक्कड़ नाटक का आयोजन किया गया. जागरूकता रैली में शहर के विभिन्न स्कूलों के छात्र-छात्राओं ने भाग लिया. रैली का शुभारंभ निरु कंबोज ने हरी झंडी दिखाकर किया और वाईएमडी कॉलेज से मुख्य बाजार होते हुए गांधी पार्क में रैली का समापन किया गया.
'परेशान करने पर पुलिस में शिकायत दर्ज करें'
रैली में उपस्थित बच्चों का कहना है कि रैली में आकर उन लोगों को बहुत अच्छा लगा और रैली से सीख मिलती है कि किसी भी लड़की को परेशान नहीं करना चाहिए और अगर कोई व्यक्ति किसी कारण से परेशान कर रहा है तो उसके खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज करानी चाहिए.
वहीं चेतनालय कॉडिनेटर एन्नी के मुताबिक योन शोषण रैली और जागरूकता अभियान का आयोजन हर साल नवंबर के महीने में किया जाता है और यह जागरूकता अभियान 7 दिनों तक चलता है. जिसमें रैली और नुक्कड़ नाटक के जरिए बाल लैंगिक शोषण और मौलिक अधिकारों के बारे में जानकारी प्रदान की जाती है.
'आरोपियों से समझौता ना करें'
चेतनालय की कॉडिनेटर एन्नी ने बताया कि शोषण का शिकार हुए बच्चे और बच्चियों के माता-पिता को आरोपी के साथ किसी भी प्रकार का समझौता नहीं करना चाहिए और आरोपी के खिलाफ पुलिस व चाइल्ड केयर हेल्प लाइन पर शिकायत दर्ज करानी चाहिए. ताकि आगे से इस प्रकार की घटनाओं का सामना ना करना पडे़.
'1 महीने में 5 से अधिक केस मिलते हैं'
एन्नी के मुताबिक 1 महीने में 5 से अधिक छेड़छाड़ गैंगरेप और बाल शोषण के केस सामने आते हैं. जिसमें कुछ केस ही पुलिस के पास तक पहुंच पाते हैं और बाकी के अन्य केसों में आरोपी के साथ किसी-ना-किसी प्रकार का समझौता कर लिया जाता है. लेकिन 1 प्रतिशत केस में ही वक्त पर कानूनी कार्रवाई की जाती है.