नई दिल्ली/नूंह: पल्स पोलियो अभियान के तहत स्वास्थ्य अधिकारी ने बच्चे को पोलियो की दवा पिलाकर पोलियो बूथ का उद्घाटन किया. ये अभियान 20 सितंबर से 22 सितंबर तक चलेगा. इस अभियान के तहत 5 साल तक के बच्चों को पोलियो की दवा पिलाई जा रही है.
जिला टास्क फोर्स के नोडल अधिकारी डॉ. बसंत दुबे ने बताया कि पोलियो अभियान के दौरान स्लम एरिया में पूरा ध्यान दिया जा रहा है. इसके अलावा ईंट के भट्टों पर काम करने वाले लोगों के बच्चों को भी पोलियो की दवा पिलाई जा रही है. उन्होंने कहा कि शहरी क्षेत्र और ग्रामीण क्षेत्र में आशा और आंगनवाड़ी वर्कर को विशेष हिदायत दी है कि आंगनवाड़ी केंद्रों पर आने वाले प्रत्येक बच्चे को पोलियो की दवा पिलाई जाए.
बसंत दुबे ने बताया कि अभियान के दौरान जिले में 5 साल तक के तीन लाख 400 बच्चों को पोलियो की दवा पिलाने का लक्ष्य रखा गया है. इस अभियान के तहत जिले के करीब एक लाख 81 हजार 768 घरों को कवर किया जाएगा. उन्होंने बताया कि दवा पिलाने के लिए जिले भर में 1103 बूथ बनाए गए हैं. इसके अलावा 39 ट्रांजिट 57 टीम बनाई गई है. अभियान के दौरान 248 सुपरवाइजर नियुक्त किए गए हैं. इसी प्रकार स्वास्थ्य विभाग और आंगनवाड़ी सहित कुल 4936 कर्मचारी तैनात किए गए हैं.
बसंत दुबे ने बताया कि 20 सितंबर को पुनहाना ,पिनगवां, फिरोजपुर झिरका, नूंह, तावडू और गांव के बूथों पर पोलियो की दवाई पिलाई गई. उन्होंने बताया कि 21 और 22 सितंबर को घर-घर जाकर 5 वर्ष तक के बच्चों को पोलियो की दवाई पिलाई जाएगी. उन्होंने बताया कि हमारा लक्ष्य है कि जिले में एक भी बच्चा पोलियो की दवा से नहीं छूटने पाए.