नई दिल्ली/नूंह: नागरिक संशोधन अधिनियम 2019 अब कानून बन चुका है, लेकिन अब भी देश के कई हिस्सों में इसका विरोध हो रहा है. सीएए के विरोध में पुन्हाना खंड के बिछोर गांव में लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया. प्रदर्शन के दौरान लोगों ने बिछोर से सिंगार तक पैदल मार्च निकाला. वहीं इस प्रदर्शन में किसी तरह की कोई हिंसा और कोई परेशानी ना हो, इसके लिए भारी पुलिस बल की तैनाती की गई. इस विरोध प्रदर्शन में भारत मोर्चा, बहुजन किराणति मोर्चा सहित और भी कई सामाजिक संगठनों के लोगों ने हिस्सा लिया.
सीएए के खिलाफ पैदल मार्च
वहीं सीएए के विरोध में मुफ्ती सलीम साकरस ने 29 जनवरी को भारत बंद का ऐलान किया. उन्होंने कहा कि जब तक केंद्र सरकार एनआरसी और कैब को खारिज नहीं करती तब तक मेवात में लोग अपना शांति पूर्ण तरीके से विरोध प्रदर्शन करते रहेंगे.
बुजुर्ग और बच्चे भी हुए मार्च में शामिल
बता दें कि इस प्रोटेस्ट में बच्चों और ने भी हिस्सा लिया. लोग ट्रैक्टर, टेंपो और पैदल मार्च करते हुए भारी तादात में बिछोर गांव पहुंचे. प्रदर्शन कर रहे लोगों ने कहा कि बीजेपी सिर्फ बाहरी लोगों को नौकरी दे रही है, जबकि देश के लोगों से साथ बीजेपी अन्याय कर रही है.