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नूंह: सीएए के खिलाफ धरना 32वें दिन भी जारी

नूंह जिले के बड़कली चौक पर सीएए को लेकर धरना 32वें दिन भी जारी है. धरने पर बैठे लोगों ने कहा कि जब तक सरकार सीएए को वापस नहीं लेती तब तक धरना जारी रहेगा.

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Published : Mar 2, 2020, 12:50 PM IST

protest against CAA continues in 32nd day in nuh
सीएए के खिलाफ धरना 32वें दिन भी जारी

नई दिल्ली/नूंह: सीएए को लेकर रविवार को जिले के राजधानी कहलाने वाले बड़कली चौक पर मेवात विकास सभा और मेवात आरटीआई मंच द्वारा शांतिपूर्ण धरना 32वें दिन भी जारी रहा.

सीएए के खिलाफ धरना 32वें दिन भी जारी

अनिश्चितकालीन धरना में पुरुषों के साथ-साथ महिलाओं ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई. मदरसों-स्कूलों और अन्य गांव से आए बच्चों ने देशभक्ति नजम गाकर धरने पर बैठे लोगों को भाईचारे का संदेश दिया. लोगों ने गांधी और अंबेडकर के रास्ते पर चलने की शपथ ली. तिरंगा झंडा को नमन किया और राष्ट्रगान पढ़ा गया.

सद्दीक अहमद इतिहासकार ने कहा कि हिंसा किसी भी समस्या का हल नहीं है. वक्ताओं ने कहा कि हमारा हिंदू - मुस्लिम भाईचारा अटूट है. सदियों से हम भाई - भाई की तरह रहते आ रहे हैं.

मेवात विकास सभा के अध्यक्ष सलामुद्दीन नोटकी ने कहा कि देश की एकता और अखंडता को बनाए रखें तथा देश की तरक्की में योगदान करें. इतिहासकार सदीक अहमद ने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के बलिदान दिवस पर मेवात विकास सभा तथा मेवात आरटीआई मंच ने धरना शुरू किया था.

धरने पर बैठे लोगों ने कहा कि ये धरना नागरिक संशोधन कानून एनपीआर और एनआरसी के विरोध में हो रहा है. सरकार जब तक इसे वापस नहीं ले लेती ये इसी प्रकार धरना चलता रहेगा. पुरुषों की तरह महिलाओं ने भी दो टूक कहा कि धरना तभी हटेगी जब सीएए को वापस लेने का सरकार ऐलान करेगी.

नई दिल्ली/नूंह: सीएए को लेकर रविवार को जिले के राजधानी कहलाने वाले बड़कली चौक पर मेवात विकास सभा और मेवात आरटीआई मंच द्वारा शांतिपूर्ण धरना 32वें दिन भी जारी रहा.

सीएए के खिलाफ धरना 32वें दिन भी जारी

अनिश्चितकालीन धरना में पुरुषों के साथ-साथ महिलाओं ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई. मदरसों-स्कूलों और अन्य गांव से आए बच्चों ने देशभक्ति नजम गाकर धरने पर बैठे लोगों को भाईचारे का संदेश दिया. लोगों ने गांधी और अंबेडकर के रास्ते पर चलने की शपथ ली. तिरंगा झंडा को नमन किया और राष्ट्रगान पढ़ा गया.

सद्दीक अहमद इतिहासकार ने कहा कि हिंसा किसी भी समस्या का हल नहीं है. वक्ताओं ने कहा कि हमारा हिंदू - मुस्लिम भाईचारा अटूट है. सदियों से हम भाई - भाई की तरह रहते आ रहे हैं.

मेवात विकास सभा के अध्यक्ष सलामुद्दीन नोटकी ने कहा कि देश की एकता और अखंडता को बनाए रखें तथा देश की तरक्की में योगदान करें. इतिहासकार सदीक अहमद ने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के बलिदान दिवस पर मेवात विकास सभा तथा मेवात आरटीआई मंच ने धरना शुरू किया था.

धरने पर बैठे लोगों ने कहा कि ये धरना नागरिक संशोधन कानून एनपीआर और एनआरसी के विरोध में हो रहा है. सरकार जब तक इसे वापस नहीं ले लेती ये इसी प्रकार धरना चलता रहेगा. पुरुषों की तरह महिलाओं ने भी दो टूक कहा कि धरना तभी हटेगी जब सीएए को वापस लेने का सरकार ऐलान करेगी.

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