नई दिल्ली/नूंह: सीएए को लेकर रविवार को जिले के राजधानी कहलाने वाले बड़कली चौक पर मेवात विकास सभा और मेवात आरटीआई मंच द्वारा शांतिपूर्ण धरना 32वें दिन भी जारी रहा.
अनिश्चितकालीन धरना में पुरुषों के साथ-साथ महिलाओं ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई. मदरसों-स्कूलों और अन्य गांव से आए बच्चों ने देशभक्ति नजम गाकर धरने पर बैठे लोगों को भाईचारे का संदेश दिया. लोगों ने गांधी और अंबेडकर के रास्ते पर चलने की शपथ ली. तिरंगा झंडा को नमन किया और राष्ट्रगान पढ़ा गया.
सद्दीक अहमद इतिहासकार ने कहा कि हिंसा किसी भी समस्या का हल नहीं है. वक्ताओं ने कहा कि हमारा हिंदू - मुस्लिम भाईचारा अटूट है. सदियों से हम भाई - भाई की तरह रहते आ रहे हैं.
मेवात विकास सभा के अध्यक्ष सलामुद्दीन नोटकी ने कहा कि देश की एकता और अखंडता को बनाए रखें तथा देश की तरक्की में योगदान करें. इतिहासकार सदीक अहमद ने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के बलिदान दिवस पर मेवात विकास सभा तथा मेवात आरटीआई मंच ने धरना शुरू किया था.
धरने पर बैठे लोगों ने कहा कि ये धरना नागरिक संशोधन कानून एनपीआर और एनआरसी के विरोध में हो रहा है. सरकार जब तक इसे वापस नहीं ले लेती ये इसी प्रकार धरना चलता रहेगा. पुरुषों की तरह महिलाओं ने भी दो टूक कहा कि धरना तभी हटेगी जब सीएए को वापस लेने का सरकार ऐलान करेगी.