नई दिल्ली/गुरुग्राम: दिल्ली एनसीआर में प्रदूषण (Pollution in Delhi NCR) को लेकर स्थिति गंभीर होती जा रही है. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind kejriwal chief Minister Delhi) बढ़ते प्रदूषण के लिए एक तरफ हरियाणा के किसानों को जिम्मेदार (Farmers responsible for pollution) ठहरा रहे हैं. दूसरी तरफ हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल (Manohar lal chief Minister Haryana) दिल्ली के सीएम को इसका जिम्मेदार बता रहे हैं.
इस बीच शनिवार को बढ़ते प्रदूषण पर सुप्रीम कोर्ट (Supreme court on Pollution) में सुनवाई हुई. जिसमें सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि किसानों को दोष देने की बजाए केंद्र सरकार और राज्य सरकारें प्रदूषण कम करने को लेकर आपस में मिल कर काम करें. सुप्रीम कोर्ट की इस टिप्पणी के बाद मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने दिल्ली सरकार (Manohar lal on arvind kejriwal) को आड़े हाथ लिया. मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि दिल्ली सरकार का काम सिर्फ किसानों को कोसना रह गया है.
सीएम खट्टर ने कहा कि प्रदूषण फैलाने वाली अन्य इकाईयों पर केजरीवाल सरकार काम नहीं कर रही. जिसकी वजह से दिल्ली एनसीआर को खतरनाक प्रदूषण का दंश झेलना पड़ रहा है. मनोहर लाल ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली सरकार के मुंह पर करारा तमाचा मारा है.
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सुप्रीम कोर्ट ने साफ कहा है कि प्रदूषण के लिए किसानों को जिम्मेदार ठहराना सही नहीं है. सीएम मनोहर लाल ने बताया कि इस साल हरियाणा में पराली जलाने की घटनाओं में काफी कमी आई हैं. जबकी साथ लगते पंजाब में पराली जलाने के केस ज्यादा सामने आए हैं. बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण में वृद्धि को 'इमरजेंसी' स्थिति करार दिया और केंद्र और दिल्ली सरकार से वायु गुणवत्ता में सुधार के लिए आपातकालीन कदम उठाने को कहा है.