नई दिल्ली/नूंह: जिले में तेजी से फैल रही सामाजिक बुराइयों को जड़ से मिटाने के लिए सोमवार को समाजसेवियों के प्रतिनिधि मंडल ने पुलिस कप्तान नरेंद्र सिंह बिजारनिया से मुलाकात की. समाजसेवियों को पुलिस कप्तान ने भरोसा दिलाया कि उनकी मांगों पर तत्काल अमल किया जाएगा. कुछ मामलों में तो उन्होंने अपने मातहत अधिकारियों को सख्त दिशा निर्देश देते हुए मामले को जल्द से जल्द समाधान करने की बात कही.
पुलिस कप्तान से मुलाकात के बाद समाजसेवियों ने भरोसा जताया कि पुलिस कप्तान की मदद से समाज में फैल रही सामाजिक बुराइयों पर रोक लगेगी. समाजसेवी रमजान चौधरी एडवोकेट ने कहा कि हाल ही में मेवात जिले में रोहिंग्या मुसलमानों की एक लड़की तथा वाल्मीकि समुदाय की एक लड़की का मामला इन दिनों सोशल मीडिया पर ट्रेड कर रहा है.
उन्होंने कहा कि ये सामाजिक बुराई है. इस बुराई में तमाम समाजसेवी पीड़ित परिवार या लड़की पक्ष के लोगों के साथ खड़े हैं. उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए, जो सामाजिक ताने-बाने को खराब कर रहे हैं. मुफ्ती सलीम साकरस ने कहा कि हिंदू -मुस्लिम भाईचारे के साथ यहां लंबे समय से रहते आ रहे हैं. वहीं इस तरह की घटनाएं सामाजिक सिस्टम को खराब करती हैं. उनका हर संभव प्रयास रहेगा कि बाल्मीकि समुदाय के लोगों को उनकी लड़की वापस लौटाई जाए.
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इसके अलावा समाजसेवियों ने पुलिस कप्तान नरेंद्र सिंह से बातचीत में कहा कि जुआ, सट्टा, शराब, गांजा ,खांसी की दवाई इत्यादि का नशे के रूप में धड़ल्ले से इस्तेमाल हो रहा है. इससे युवा पीढ़ी का भविष्य खतरे में है और कई प्रकार का नशा युवकों के साथ-साथ महिलाओं में भी फैल रहा है. समाजसेवियों ने समाज में फैल रही बुराइयों की चिंता को लेकर गंभीरता दिखाई है. उन्होंने पत्रकारों से बातचीत के दौरान इलाके के राजनेताओं पर भी खुला प्रहार करते हुए कहा कि इन राजनेताओं को समाज ने जिस लिए चुना है. उसका निदान करने के बजाय राजनेता सत्ता सुख भोग रहे हैं.