नई दिल्ली/नूंह: मंगलवार को अल-आफिया सिविल हॉस्पिटल मांडीखेड़ा में विश्व नर्स दिवस मनाया गया. इस मौके पर सिविल सर्जन डॉ. वीरेंद्र सिंह यादव ने नर्सिंग स्टाफ का हौसला बढ़ाया. डॉ. वीरेंद्र ने दुनिया की पहली नर्स की तस्वीर पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी. वहीं कोरोना काल में शहीद हुए स्वास्थ्य कर्मियों की याद में 2 मिनट का मौन धारण कर श्रद्धांजलि दी.
इस मौके पर सीएमओ नूंह ने कहा कि कोरोना काल में चुनौती बड़ी है, लेकिन इसका डटकर मुकाबला करना है. मरीजों के साथ व्यवहार में बदलाव लाना है. अपने काम को पूरी ईमानदारी से निभाना है.
मरीजों का दिल जीतने के साथ साथ डॉक्टर्स की मदद करनी है. इस दिन सभी नर्सिंग स्टाफ को यही शपथ लेनी चाहिए कि उनके कामकाज पर किसी तरह का कोई सवाल ना खड़ा हो, कुल मिलाकर नर्सिंग दिवस के अवसर पर स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत दर्जनों नर्सिंग स्टाफ पूरी तरह खुश नजर आया. इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क का विशेष ख्याल रखा गया.
क्यों मनाया जाता है नर्सिंग दिवस
12 मई 1820 को विश्व की पहली नर्स इटली में पैदा हुई थी. जिनका नाम मिस फ्लोरेंस नाइटिंगेल है. उन्होंने अपने काम से सबको प्रभावित किया था. 13 अगस्त 1910 को लंदन में उनका निधन हो गया. उन्हीं की याद में यह नर्सिंग दिवस मनाया जाता है. इस बार 110वां नर्सिंग दिवस मनाया गया.