नई दिल्ली/गुरुग्राम: कोरोना वायरस के इलाज के लिए सरकार ने रेट निर्धारित किए हुए हैं, लेकिन फिर भी प्राइवेट अस्पताल कोरोना मरीजों से मनमाने रेट वसूल रहे हैं. ताजा मामला गुरुग्राम के नामी अस्पताल मेदांता से सामने आया है. जहां अस्पताल ने एक कोरोना मरीज का 29 लाख रुपये का बिल बना दिया. जिसके बाद अब स्वास्थ्य विभाग ने अस्पताल को शो कॉज नोटिस जारी किया है.
दरअसल, 1 जून को सेक्टर-38 स्थित मेदांता अस्पताल में छाती में दर्द की शिकायत के चलते एक मरीज को भर्ती किया गया था. भर्ती होने के बाद मरीज का कोरोना टेस्ट करवाया गया और रिपोर्ट पॉजिटिव मिली. इसके बाद एक महीने मरीज का इलाज अस्पताल में चला और आखिर में अस्पताल ने 29 लाख रुपये का बिल मरीज के परिजनों को थमा दिया.
मरीज की पत्नी ने जमीन बेचकर चुकाए 17 लाख रुपये
अस्पताल के अनुसार 13 लाख रुपये फार्मेसी, 4 लाख 65 हजार रुपये रूम चार्ज, 3 लाख 13 हजार रुपये लैब चार्ज, 7 लाख 50 हजार डॉक्टर विजिट और आईसीयू समेत अन्य चार्ज लगाया गया है. वहीं इसमें कोरोना संक्रमित मरीज की पत्नी ने जमीन बेचकर अस्पताल को 17 लाख रुपये जमा भी करवा दिए, लेकिन उसके बाद भी अस्पताल ने मरीज को डिस्चार्ज नहीं किया.
इस मामले में मरीज ने गुरुग्राम सीएमओ, डिप्टी कमिश्नर, स्वास्थय मंत्री और सीएम मनोहर लाल को शिकायत की. जिसके बाद अब गुरुग्राम स्वास्थ्य विभाग द्वारा इस मामले में मेदांता अस्पातल को कारण बताओ नोटिस जारी किया है. गुरुग्राम के चीफ मेडिकल ऑफिसर वीरेंद्र यादव ने कहा है कि इस मामले में जो भी उचित कार्रवाई होगी वो की जाएगी.