नई दिल्ली/गुरुग्राम: हरियाणा में टिड्डी दल का आंतक शुरू हो चुका है. महेंद्रगढ़, रेवाड़ी और झज्जर के बाद अब ये टिड्डियां साइबर सिटी गुरुग्राम पहुंच गई है. गुरुग्राम के कई गांव में टिड्डी दल अटैक कर चुका है. धीरे-धीरे टिड्डी दल देश की राजधानी दिल्ली की ओर बढ़ रहा है.
वहीं टिड्डी दल के पहुंचने की सूचना से किसानों में अफरा-तफरी का माहौल है. टिड्डियों को भगाने के लिए और अपनी फसलों को बचाने के लिए किसान खुद खेतों में उतर आए हैं. किसान थाली और ताली बजाकर टिड्डी दल को भगाने की कोशिश कर रहे हैं. इसके कई उपकरणों के शोर से भी टिड्डी दल को भगाने की कोशिश की जा रही है.
गुरुग्राम के भीमगढ़ी खेड़ी, राजेंद्र पार्क, सूरत नगर, लक्ष्मण विहार, दौलताबाद फ्लाइ ओवर पर टिड्डी दल को देखा गया है. अब ये टिड्डी दल दिल्ली की ओर तेजी से बढ़ रहा है. गौरतलब है कि राजस्थान में कहर बरपाने के बाद टिड्डी दल सबसे पहले महेंद्रगढ़ के नारनौल पहुंचा, जहां करीब 4 घंटे आसमान में मंडराने के बाद ये देर शाम रेवाड़ी पहुंचा था. जिसके बाद आज सुबह टिड्डी दल झज्जर के कई गांव में पहुंचा और अब ये टिड्डी दल गुरुग्राम पहुंचा है.
क्यों खतरा है टिड्डी दल?
- भारत में टिड्डियों की चार प्रजातियां पाई जाती हैं.
- डेसर्ट लोकस्ट, माइग्रेटरी लोकस्ट, बॉम्बे लोकस्ट, ट्री लोकस्ट
- टिड्डी झुंड में रहती हैं, वो एक साथ उड़ती हैं.
- टिड्डी दल एक साथ फसलों को नुकसान पहुंचाती हैं
- टिड्डी एक बहुभक्षी कीट है.
- नीम को छोड़कर सभी वनस्पतियों को अपना भोजन बनाता है.
- टिड्डी दल दिन के समय उड़ता है और रात को आराम करने के लिए फसलों पर बैठता है. जहां वो फसलों को अपना शिकार बनाता है.