नई दिल्ली/गुरुग्राम: देश में फैली कोरोना महामारी के बाद लॉकडाउन लगाया गया. तभी से लगभग ज्यादातर काम धंधे लोगों के ठप पड़े हैं. ऐसे में सबसे ज्यादा नुकसान रेहड़ी पटरी वालों को उठाना पड़ रहा है. इसी को एक बार फिर शुरू करने के लिए गुरुग्राम में स्ट्रीट वेंडर्स को 10 हजार की राहत राशि बैंकों की तरफ से दी गई जो कि पीएम स्ट्रीट वेंडर आत्मनिर्भर निधि के तहत इन वेंडर्स को दी गई है.
दरअसल गुरुग्राम में नगर निगम की तरफ से स्ट्रीट वेंडर्स योजना के तहत लोगों को अस्थाई रैलियां दी गई थी जो कि शहर के अलग-अलग ऐसे इलाकों में लगाई गई थी जहां आवश्यकता थी लेकिन लॉकडाउन के दौरान स्ट्रीट वेंडर्स ने अपनी दुकानों को बंद कर दिया. जिसके चलते अब दोबारा से वह शुरू नहीं कर पा रहे हैं.
इसी को मद्देनजर रखते हुए नगर निगम की तरफ से दर्जनों बैंक को एक मंच पर लाकर करीब 18 हजार वंडर्स की जो एप्लीकेशन प्राप्त हुई थी उन सभी लोगों को 10 हजार की राहत राशि देने का प्रयास किया जा रहा है.
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बदा दें कि इस योजना के तहत ऐसे स्ट्रीट वेंडर्स को अपना रोजगार दोबारा से शुरू करने के लिए उन्हें यह राहत राशि दी गई. गुरुग्राम में 18 हजार जो एप्लीकेशन प्राप्त हुई थी. उसमें से पहले ही दिन करीब पंद्रह सौ लोगों को यह राहत राशि दी गई. यही नहीं नगर निगम की कोशिश यही है कि जिन लोगों के रजिस्ट्रेशन हुए हैं. उन सभी लोगों को यह राशि मिल पाए. 3 दिन तक चलने वाले इस कैंप में स्ट्रीट वेंडर्स को ये राशि दी जा रही है.
पीएम स्वनिधि योजना के तहत करीब 50 लाख रेहडी वालों को यह राहत दी जाएगी. इसी के तहत गुरुग्राम में पहले रेहड़ी पटरी वालों को जागरूक किया और उसके बाद जो रजिस्ट्रेशंस हुए उन सभी लोगों को यह राहत राशि दी जा रही है. जिससे अपना रोजगार एक बार फिर शुरू कर पाए.