नई दिल्ली/गुरुग्राम: साइबर सिटी से ठगी का हैरतअंगेज करने वाला मामला सामने आया है. गुरुग्राम पुलिस ने ठगी की वारदात को अंजाम देने वाले दो आरोपियों की धरपकड़ की है. चौकाने वाली बात ये है कि ये ठगी देशी नहीं बल्कि विदेशी है. पुलिस ने जिस विदेशी आरोपियों की गिरफ्तारी की है वे दोनों ईरान के नागरिक है.
ईरान के रहने वाले हैं ये विदेशी ठगी
गौरतलब है कि पकड़े गए ये दोनों ठगी किसी भारतीय से नहीं बल्कि विदेशी लोगों से ही ठगी करते थे. ईरान के ये ठगी नागरिक बड़े ही शातिर निकले क्योंकि ये ठगी फर्जी पुलिस वाले बनकर ऐसे लोगों को अपनी ठगी का शिकार बनाते थे जो विदेशी बड़े अस्पताल में अपना इलाज करवाने आते थे.
बड़ी चालाकी से करते थे विदेशी लोगों से ठगी
दरअसल ये ठगी फोर्टीज जैसे बड़े अस्पताल में फर्जी गुरुग्राम पुलिस बनकर इलाज कराने आए विदेशी से पूछताछ करते थे. उनसे पासपोर्ट और अन्य चीजों की चैंकिग करते थे. और विदेशी को यह कहकर डराते थे कि आपका पासपोर्ट गलत है और आपके पास नशीले पदार्थ भी है. फिर ये फर्जी पुलिस वाले व्यक्ति का पासपोर्ट और सामान लेकर देखते थे. बाद में चैंकिग के बाद सारा सामान वापस देकर डॉलर लेकर फरार हो जाते थे.
हिंदी भाषा का ज्ञान लेकिन पूछताछ में बने हिंदी से अनजान
मजे की बात तो ये है कि ये विदेशी ठगी हिंदी भाषा को अच्छे से जानते थे. जब पुलिस ने इनसे पूछताछ की तो ये जानबूझकर हिंदी से अनजान बन जाते थे और अपनी ईरानी भाषा में बोलते थे, ताकि पूछताछ ठीक तरह से न हो सके. पुलिस के मुताबिक इन विदेशी लोगों का गिरोह पूरे दिल्ली एनसीआर में सक्रिय है.
फर्जी पुलिस बनकर करते थे डॉलर की ठगी
दरअसल 25 नवंबर को एक विदेशी सेक्टर 51 के आर्टेमिस अस्पताल में इलाज कराने के लिए आया था. विदेशी व्यक्ति तुर्कमेनिस्तान के रहने रहने वाला था. ठगी करने वाले फर्जी पुलिस ने उनसे करीब दो हजार डॉलर की ठगी की थी. जिसके बाद पीड़ित विदेशी व्यक्ति ने पुलिस में शिकायत दी.
पुलिस ने बरामद किए लगभग 1000 डॉलर
पुलिस ने इन्ही की शिकायत पर केस दर्ज कर दोनों आरोपियों को दिल्ली के लाजपत नगर से गिरफ्तार किया है. पुलिस ने दोनों आरोपियों के पास से लगभग 987 डॉलर, जो कि भारतीय करेंसी के हिसाब से करीब 7 लाख रुपए बरामद किए है. पुलिस अब दोनों आरोपियों को कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लेगी, ताकि इनसे सभी वारदातों के बारे में जानकारी ले सके.