नई दिल्ली/गुरुग्राम: आपसी भाइचारे को बढ़ावा देने के लिए समाजसेवी संस्था लायंस क्लब सोहना ने एक अनूठी मिसाल पेश की. इस संस्था ने हिन्दू धर्म की कन्याओं के सात फेरे करवाते हुए मुस्लिम समाज की कन्याओं का निकाह भी एक साथ कराया.
शहर में सामूहिक विवाह का आयोजन
सोहना लायंस क्लब ने कस्बे की एक निजी वाटिका में 31 कन्याओं का सामूहिक विवाह करवाया. बता दें कि इस क्लब ने अब तक इन 25 सालों में करीब 600 से अधिक कन्याओं के निकाह और विवाह कराए हैं. लायंस क्लब सोहना टाउन ने एक ऐसे समय में दोनों धर्मों के लोगों को आपस में एकजुट कर भाइचारे को बढ़ावा दिया है, जहां देश में नागरिकता संशोधन कानून को लेकर आपसी भाइचारा बिगड़ रहा है.
विधायक ने दिया 5 लाख का अनुदान
इस मौके पर सोहना से विधायक कुंवर संजय सिंह ने लायंस क्लब को 5 लाख रुपये का अनुदान दिया. इस कार्यक्रम में हिंदू और मुस्लिम समुदाय के लोगों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया. दोनो धर्मों के लोगों ने आपसी भाइचारे की एक मिसाल पेश की है. सोहना लायंस क्लब ने कस्बे के राघव वाटिका में 31 कन्याओं के सामूहिक विवाह करवाए. इसमें एक मुस्लिम कन्या का भी क्लब ने निकाह करवाया. इस मौके पर 31 दूल्हों की बारात एक निजी वाटिका से एक साथ निकली बारात पूरे कस्बे में घूमकर वापस वाटिका में पहुंची थी.
निकाह और विवाद दोनों साथ-साथ
वहां पर वर-वधु ने एक दूसरे को माला पहनाई और परिणय सूत्र में बंधे. इस सामूहिक विवाह में लायंस क्लब ने कन्याओं को समस्त घरेलू सामान भी उपहार के तौर पर भेंट किया. वहीं तमाम व्यवस्था क्लब ने ही वहन की थी. क्लब के अधिकारियों ने बताया कि अब तक क्लब 600 कन्याओं के विवाह करवा चुका है.