नई दिल्ली/नूंह: विधायक और सीएलपी उप नेता चौधरी आफताब अहमद ने बजट सत्र से लौटने के बाद शुक्रवार को जिला कांग्रेस मुख्यालय पर प्रेस वार्ता के दौरान सत्र की जानकारी देते हुए बताया कि हमने सत्र के दौरान क्षेत्र के अहम मुद्दों को उठाया.
चौधरी आफताब अहमद ने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि भले ही अविश्वास प्रस्ताव से बीजेपी-जेजेपी सरकार सदन में ना गिरी हो लेकिन जनता की नजरों में पूरी तरह गिर चुकी है. चौधरी आफताब अहमद ने कहा कि 6 साल बीत गए.
लेकिन आईएमटी में एक भी रुपए का निवेश नहीं किया गया है.गठबंधन सरकार के कहने और करने में बड़ा फर्क है.यह सिर्फ झूठी घोषणाओं की सरकार है. मेवात में कंपनियों को लाने के लिए हमने आईएमटी का निर्माण किया था. यह प्रदेश सरकार की जिम्मेदारी है कि यहां उद्योग धंधे स्थापित करे. चौधरी आफताब अहमद ने कहा कि हम मेवात की आवाज को किसी भी मंच पर कमजोर नहीं होने देंगे.
चौधरी आफताब अहमद ने बताया कि हमने सदन में एक सवाल उठाया था कि क्या मुख्यमंत्री कुर्थला में शहीद बेटी किरण शेखावत की याद में एक महिला कॉलेज बनाने की घोषणा को पूरा करेंगे.इस पर शिक्षा मंत्री ने जवाब दिया है कि सालाहेड़ी महिला कॉलेज का नाम बदलकर शहीद किरण शेखावत कर दिया है.
चौधरी आफताब अहमद ने बताया कि बीजेपी शहीदों के नाम पर भी झूठी घोषणाएं करती है. नया कॉलेज उस बेटी के नाम पर बनाना चाहिए था. लेकिन सरकार यू टर्न ले रही है.
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नूंह विधायक ने पत्रकारों से कहा कि बजट में मेवात के साथ भेदभाव हुआ है. बजट में देने के बजाय मेवात से छीना गया है. उन्होंने बताया कि डेंटल कॉलेज में सीटों की संख्या भी घटा दी गई है.
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नूंह विधायक ने कहा कि शहीद हसन खान मेवाती मेडिकल कॉलेज को रूरल यूनिवर्सिटी बनाने की मांग उठाई गई. हुड्डा सरकार ने 550 करोड़ रुपए की लागत से इस मेडिकल कॉलेज का निर्माण कराया था. आज गठबंधन सरकार की अनदेखी से कॉलेज बीमार है. वहां अल्ट्रासाउंड की मशीन तक नहीं हैं.
नूंह विधायक ने कहा कि हमने सदन में मेडिकल कॉलेज में काम कर रही 114 स्टाफ नर्स को निकालने के मामले को भी उठाया.