नई दिल्ली/गुरुग्राम: साइबर सिटी में एक 12 साल के बच्चे की नरबली देने की कोशिश का मामला सामने आया है. लेकिन ऐन वक्त पर मां ने आकर अपने बच्चे को बचा लिया.
क्या है मामला?
दरअसल फरुखनगर इलाके की वत्स कॉलोनी में 12 साल का मासूम जैसे ही स्कूल से घर आया. वैसे ही पड़ोस में रहने वाला प्रमोद सैनी नाम का शख्स नाबालिग को चॉकलेट का लालच दे कर, अपने घर के बिल्कुल पीछे टीनशैड वाली जगह में ले गया.
5 फीट गहरा गड्ढा खोदा
जहां तकरीबन 5 फीट गहरा गढ्ढा खोदा गया था. प्रमोद सैनी के पिता गोबिंद सैनी और 2 अन्य तांत्रिक टाइप के शख्स मौजूद थे. इससे पहले की किसी को इसकी भनक लगती. वैसे ही तांत्रिक टाइप 2 व्यक्तियों ने मंत्र उच्चारण कर तांत्रिक क्रियाएं शुरू कर दी.
मां ने बचाई जान!
मासूम की मां की माने तो वो बच्चे को ढूंढते ढूंढते जब प्रमोद के घर पहुंची तो आरोपी प्रमोद ने बच्चे के बारे में किसी भी तरह की जानकारी होने से मना कर दिया. तभी मासूम की मां को प्रमोद पर शक हुआ और उसने पीछे के रास्ते से शैड वाली तरफ से जाकर देखा तो मां के होश उड़ गए.
मासूम की मां की माने तो बच्चे के हाथ में लोहे की जंजीर से बंधे थे और एक गहरा गड्ढा पास में ही खोदा गया था. मां ने हिम्मत जुटा अपने बच्चे को प्रमोद उसके पिता और तांत्रिकों के चुंगल से छुड़ा मामले की सूचना पुलिस को दी.
पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया
बहरहाल पुलिस ने मौके से काफी संदिग्ध चीजे बरामद कर तीन लोगों को जिसमें प्रमोद सैनी उसके पिता गोबिंद सैनी और तांत्रिक जसवंत को गिरफ्तार कर मामले की तफ्तीश शुरू कर दी है.
मामले की जांच जारी
पुलिस ने मासूम की बलि दिए जाने से इनकार जरूर किया लेकिन मौके पर 5 फीट गहरा गढ्ढा और पास में पड़ी लोहे की जंजीर काफी कुछ बयान कर रही है. पुलिस की माने तो घटना बीती 4 दिसंबर की है लेकिन शिकायत 2 दिन पहले पुलिस को दी गयी थी, जिसके बाद पुलिस ने धारा 363,508,506,120 B के तहत मामला दर्ज कर तफ्तीश शुरू कर दी है.