नई दिल्ली/गाजियाबाद: लाॅकडाउन के कारण मुरादनगर कस्बे में फंसे अन्य राज्यों के मजदूरों के रहने और खाने पीने की व्यवस्था के लिए प्राथमिक विद्यालय (चम्पा देवी) उखलारसी मुरादनगर में आश्रय स्थल बनाया गया है. आश्रय स्थल में मजदूरों के रहने, खाने और साफ सफाई को लेकर कैसी व्यवस्था हैं, इसको जानने के लिए ईटीवी भारत ने आश्रय स्थल का रियलिटी चेक किया.
'सिर्फ दोपहर को मिलता है खाना'
आश्रय स्थल में मौजूद दूसरे मजदूर पिंटू ने बताया कि उनको भी सिर्फ दोपहर का एक वक्त का खाना मिलता है और शाम का खाने के लिए वह खुद अपनी ओर से पैसों का प्रबंध करके बनाते हैं. इसके साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि आश्रय स्थल में सफाई सुपरवाइजर सुंदर अपनी ओर से कभी-कभी शाम के खाने का प्रबंध कर देते हैं. लेकिन उनको आश्रय स्थल में सुबह का नाश्ता और शाम का खाना नहीं मिलता है, वहां मौजूद राजस्थान निवासी अमित का भी यही कहना है उनको सिर्फ दोपहर का खाना मिलता है, इसके अलावा वहां पर रहने और साफ सफाई की बेहतर व्यवस्था है.
ईटीवी भारत ने आश्रय स्थल में रह रहे मजदूरों की शिकायत पर जब मुरादनगर नगरपालिका परिषद की अधिशासी अधिकारी निहारिका चौहान से फोन के माध्यम से सम्पर्क किया तो उन्होंने मीटिंग में व्यस्त होने का हवाला देकर बात करने से मना कर दिया, इसके बाद ईटीवी भारत की टीम ने मुरादनगर नगरपालिका परिषद के सफाई एवं खाद निरीक्षक अनिल शर्मा से फोन पर बातचीत कर मजदूरों की समस्या से अवगत कराया तो उन्होंने जल्द ही उनकी समस्या को दूर करने का आश्वासन दिया.