नई दिल्ली/गाजियाबाद : कोरोना की मार झेल रहे लोग अब महंगाई की मार झेलने को मजबूर हैं. त्योहारी सीजन में भी सब्जियों के दाम आसमान छू रहे हैं. प्याज की कीमत 70 से 80 रुपये प्रति किलो हो गई है. बढ़ती सब्जियों के दाम से सबसे ज्यादा महिलाएं परेशान हैं. ऐसे में ईटीवी भारत ने महिलाओं से बात की.
बिगड़ गया बजट, कट गई सैलरी
महिलाओं का कहना है कि
बजट पूरी तरह से बिगड़ गया है. अब तक के इतिहास में कभी भी इतनी महंगी सब्जियां नहीं हुई. सब्जियां तो छोड़िए, अन्य खाने-पीने के सामान के दाम भी काफी बढ़ चुके हैं.आलू, प्याज और टमाटर तो किचन में से गायब हो चुके हैं. कोरोना के आर्थिक संकट से जूझते समय, ऐसा बिल्कुल भी नहीं सोचा था कि मजबूरी और बेबसी के ऐसे दिन भी आएंगे.
सरकार जवाब दो
वहीं गृहणियों का कहना था कि
जब सरकार विपक्ष में थी, तो महंगी सब्जियों पर काफी हल्ला बोल करती थी. लेकिन आज सरकार जवाब तक नहीं दे रही है. कोरोनाकाल में ज्यादातर लोगों के बिजनेस ठप हो गए, और सैलरी आधी है. लेकिन उसके बावजूद घर का बजट दोगुना हो गया है.