नई दिल्ली/गाजियाबाद: एक बार फिर मानवता को शर्मसार कर देने वाला मामला गाजियाबाद के खोड़ा इलाके से सामने आया है. दरअसल, ममता नाम की एक महिला को दिल्ली-एनसीआर के किसी अस्पताल में एडमिट नहीं किया गया. जिसके चलते उसकी मौत हो गई.
लगाए कई अस्पतालों के चक्कर
महिला के परिवार ने आरोप लगाया है कि महिला को बीमार होने के बाद दिल्ली के तमाम अस्पतालों में ले जाया गया, जहां सीधे उसे एडमिट करने से मना कर दिया गया. इसके बाद महिला को नोएडा के अस्पताल ले जाया गया. वहां भी एडमिट करने से मना कर दिया गया. इतना ही नहीं, महिला को बाद में गाजियाबाद के सरकारी अस्पताल ले जाया गया. वहां से महिला को मेरठ के अस्पताल रेफर कर दिया गया. जिसके बाद रास्ते में ही महिला ने दम तोड़ दिया.
पहले भी हुई गर्भवती महिला की मौत
इससे पहले भी खोड़ा इलाके की एक गर्भवती महिला को इलाज नहीं मिल पाने के चलते मौत हो गई थी. जिसके बाद नोएडा में स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर सवाल उठा था. क्योंकि महिला का परिवार नोएडा के अस्पतालों में चक्कर काटता रहा और कोरोना के डर से महिला को एडमिट नहीं किया गया था. ममता को भी कोरोना के डर से ही एडमिट नहीं करने का आरोप है.
कोरोना के डर से नहीं किया एडमिट
खोड़ा की चेयरपर्सन रीना भाटी ने कहा है कि उन्होंने ही महिला को अस्पताल में एडमिट कराने के लिए एंबुलेंस की व्यवस्था करवाई थी. लेकिन किसी अस्पताल में एडमिट नहीं किया गया और महिला की मौत हो गई. रीना भाटी ने कहा कि कोरोना के डर से महिला को एडमिट नहीं किया गया था, जो शर्मसार कर देने वाला है. हालांकि, मामले पर गाजियाबाद, दिल्ली या नोएडा स्वास्थ्य विभाग की तरफ से अभी कोई भी बयान नहीं आया है.