नई दिल्ली: देश की सबसे आधुनिक और सेमी हाई-स्पीड ट्रेन वंदे भारत एक्सप्रेस को आज दो यात्रियों के लिए गाजियाबाद स्टेशन पर रोका गया. ये दो यात्री वंदे भारत एक्सप्रेस में भूल से बैठ गए. जिसके बाद दोनों यात्रियों को उतारने के लिए ट्रेन को गाजियाबाद रोका गया.
ट्रेन की टाइमिंग के हिसाब से गाड़ी नई दिल्ली से चलकर सीधे कानपुर रुकती है. इन यात्रियों को नई दिल्ली से चलने वाली काठगोदाम शताब्दी में चढ़ना था. काठगोदाम शताब्दी भी वंदे भारत के समय पर ही सुबह 6 बजे नई दिल्ली से चलती है.
ट्रेन चलने के बाद आनन-फानन में आला अधिकारियों को इस बारे में जानकारी दी गई और गाड़ी को गाजियाबाद स्टेशन पर रोककर इन यात्रियों को उतारा गया.
दिल्ली मंडल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि वंदे भारत एक्सप्रेस में ऑटोमेटिक दरवाजे हैं जो गाड़ी के रुकने पर ड्राइवर की मर्जी से ही खुलते हैं. जबकि दूसरी गाड़ियों में यात्री गाड़ी की स्पीड कम होने पर स्टेशन पर उतर जाते हैं.
इस मामले में बिना ड्राइवर को बताए ये मुमकिन नहीं हो सकता था. लिहाजा, अधिकारियों ने ट्रेन रोकने का फैसला लिया.
उत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी दीपक कुमार ने बताया कि यात्रियों को सही जानकारी लेकर ही रेलगाड़ी में सवार होना चाहिए.
इस मामले में दोनों यात्रियों की वजह से अन्य लोगों को भी परेशानी का सामना करना पड़ा है. हालांकि ट्रेन को बहुत ज्यादा समय के लिए यहां नहीं रोका गया.
बता दें, वंदे भारत एक्सप्रेस नई दिल्ली से सुबह 6 बजे चलकर दोपहर 2 बजे वाराणसी पहुंचती है. मौजूदा समय में ये देश में सबसे तेज चलने वाली ट्रेन है.