नई दिल्ली/गाजियाबाद: उत्तर प्रदेश में 10 फरवरी को पहला चरण और 14 फरवरी को दूसरे चरण के विधानसभा चुनाव होने हैं. पहले और दूसरे चरण के विधानसभा चुनावों से पहले तमाम राजनीतिक दलों का फोकस पश्चिमी उत्तर प्रदेश बना हुआ है. पश्चिमी उत्तर प्रदेश में 130 से अधिक विधानसभा सीटें हैं. पश्चिम को साधने के लिए तमाम राजनीतिक पार्टियां ताकत झोंक रही हैं. सभी राजनीतिक दल अपने दिग्गज नेताओं को पश्चिम में चुनाव प्रचार में उतार रहे हैं.
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मंगलवार को गाजियाबाद के मोदीनगर क्षेत्र में प्रभावी मतदाता संवाद कार्यक्रम में शामिल हुए. मोदीनगर विधानसभा सीट से 2017 में मंजू सिवाच भाजपा के टिकट पर भारी वोटों से जीती थी. मोदीनगर विधानसभा से भाजपा ने एक बार फिर मंजू सिवाच पर भरोसा जताते हुए टिकट दिया है. मुख्यमंत्री योगी ने मोदीनगर में प्रभावी मतदाता संवाद कार्यक्रम में लोगों को संबोधित किया और भाजपा के पक्ष में वोट देने की अपील की.
संबोधन के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विपक्षी पार्टियों पर जमकर तीखा हमला बोला. सीएम योगी ने कहा उत्तर प्रदेश में 2017 से पहले भी विकास हो सकता था लेकिन 2017 से पहले समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के इत्र वाले मित्र सारा पैसा खा जाते थे. जो पैसा गरीबों और प्रदेश के विकास के लिए, आता था उसको आरसीसी की दीवारों में कैद कर लेते थे, जिससे विकास पूरी तरह से ठप हो जाता था. 2017 में उत्तर प्रदेश में भाजपा सरकार बनने के बाद बुलडोजर चलाकर आरसीसी की दीवारों को तोड़कर निकाला है जो कि अब प्रदेश के विकास में खर्च हो रहा है.
सीएम योगी ने समाजवादी पार्टी और राष्ट्रीय लोक दल गठबंधन पर निशाना साधते हुए कहा कि आज फिर यह लोग दो लड़कों की जोड़ी बनाकर दंगों की भट्टी में पश्चिमी उत्तर प्रदेश को झोंकने की साजिश के तहत आए हैं. बीते पांच सालों में उत्तर प्रदेश में एक भी दंगा नहीं हुआ, क्योंकि दंगाइयों को पता है कि दंगा करेंगे तो सरकार बाप-दादाओं की कमाई से सरकारी संपत्ति को हुआ नुकसान वसूल करेगी.
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मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि 2017 से पहले बिजली नहीं मिलती थी, क्योंकि समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी अंधेरे में रहने के आदि हैं. सपा-बसपा पर निशाना साधते हुए योगी ने कहा चांदनी रात चोरों को अच्छी नहीं लगती. 2017 से पहले समाजवादी पार्टी की सरकार ने वृद्धजनों, दिव्यांगों और विधवा महिलाओं की पेंशन बंद करके उस पैसे को सपा के नेताओं को देने का पाप किया था. भाजपा सरकार के कार्यकाल के दौरान उत्तर प्रदेश में एक करोड़ वृद्धजनों, दिव्यांगों और विधवा महिलाओं को सालाना 12 हज़ार रुपये पेंशन मिल रही है.