नई दिल्ली/गाजियाबाद: रविवार रात 13 सितंबर को ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे पर हुए हादसे में तीन लोगों की मौत हो गई थी. इसको लेकर शुक्रवार को ग्रामीणों और पीड़ित परिवारों ने रेवड़ी-रेवड़ा गांव में पंचायत का आयोजन किया. जिसमें तहसीलदार उमाकांत तिवारी ने पहुंचकर पीड़ितों की मांगों को सुना.
मुरादनगर थाना क्षेत्र के ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे पर रविवार रात 13 सितंबर को एक तेज रफ्तार कार की चपेट में आकर रेवड़ी-रेवड़ा गांव निवासी युवक दीपक, कर्मवीर और सैथयी गांव निवासी प्रियांश की मौत हो गई थी. पुलिस ने कार्रवाई करते हुए कार चालक और उसके दो साथियों को गिरफ्तार कर लिया था.
इस घटना को लेकर आज रेवड़ी-रेवड़ा गांव में ग्रामीणों और मृतकों के परिजनों ने मुआवजे की मांग को लेकर एक पंचायत आयोजित की. इस पंचायत में मोदीनगर तहसीलदार उमाकांत तिवारी भी ग्रामीण और पीड़ितों की मांगो को सुनने पहुंचे.
सरकारी सहायता दिलाने का किया जाएगा प्रयास
ईटीवी भारत को तहसीलदार उमाकांत तिवारी ने बताया कि ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे पर अज्ञात वाहन से हादसे में दो रेवड़ी-रेवड़ा गांव और एक सैथयी गांव के युवक की मौके पर ही मौत हो गई थी. जिसको लेकर ग्रामीणों और पीड़ित परिवारों ने एक पंचायत की बैठक का आयोजन किया था. जिसमें पहुंचकर उन्होंने पीड़ित परिवारों की समस्याएं सुनी.
तहसीलदार उमाकांत तिवारी ने बैठक में लोगों को बताया कि किसान दुर्घटना बीमा एक योजना है. जिसमें पात्र पाए जाने पर ₹400000 दिए जाने का प्रावधान है. लोग इस बात से सहमत हुए. उन्होंने कहा कि अब उनका फार्म भर कर आगे की कार्रवाई के लिए प्रेषित किया जाएगा.