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मेजर प्राची गर्ग ने हेल्थ केयर वर्कर्स के लिए शुरू की OPD, कारगिल युद्ध के दौरान दे चुकी हैं सेवाएं - OPD for Ghaziabad Healthcare Workers

गाजियाबाद के अशोक नगर की रहने वाली डॉ मेजर प्राची गर्ग ने लो कॉस्ट ओपीडी ट्रीटमेंट (Low Cost OPD Treatment) की शुरुआत की है. जहां हर रविवार हेल्थ केयर वर्कर्स (Health Care Workers) को चिकत्सकीय सलाह दी जाती है. इसके लिए मात्र 100 रुपये फीस रखी गई है, जिससे हेल्थ केयर वर्कर्स अपना इलाज आसानी से करा सकें. प्राची गर्ग भारतीय सेना में बतौर मेडिकल ऑफिसर सेवाएं दे चुकी हैं और अभी IMA के Ethics and Grievances Cell की नेशनल कनवीनर हैं.

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मेजर प्राची गर्ग
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Published : Jul 4, 2021, 3:19 PM IST

Updated : Jul 4, 2021, 4:12 PM IST

नई दिल्ली/गाजियाबाद : कहते हैं कि सेना से जुड़े लोगों में देशभक्ति और देश सेवा का जज्बा हमेशा होता है. इस बात को साबित किया है गाजियाबाद के अशोक नगर की रहने वाली डॉ मेजर प्राची गर्ग ने. भारतीय सेना में बतौर मेडिकल ऑफिसर सेवाएं दे चुकी प्राची ने हाल ही में लो कॉस्ट ओपीडी ट्रीटमेंट (Low Cost OPD Treatment) की शुरुआत की है, जहां हर रविवार हेल्थ केयर वर्कर्स (Health Care Workers) को चिकत्सकीय सलाह दी जाती है. OPD का एक छोटा सा शुल्क भी रखा गया है, जो कि प्राइवेट डॉक्टर्स की फीस से बेहद कम है.

हेल्थ वर्कर्स की मदद करना है मकसद

घर में साप्ताहिक ओपीडी शुरू करने के पीछे उनका मक़सद कम फीस पर हेल्थ केयर वर्कर्स को चिकित्सकीय परामर्श देना है. डॉ गर्ग बताती हैं कि आमतौर पर देखने को मिलता है कि मेडिकल स्टोर, पैथोलॉजी लैब आदि में काम करने वाले लोगों की तनख्वाह बेहद कम होती है. ऐसे में ज़रूरत पड़ने पर एक अच्छे डॉ को दिखाने में असमर्थ होते हैं, क्योंकि प्राइवेट डाक्टर्स की फीस बहुत ज़्यादा होती है. इसी को देखते हुए उन्होंने साप्ताहिक ओपीडी शुरू की है, जिसकी फीस केवल 100 रुपये है.

मेजर प्राची गर्ग ने हेल्थ केयर वर्कर्स के लिए शुरू की OPD

स्वास्थ्य कर्मियों पर हमले को लेकर कोर्ट में याचिका, सुरक्षा की मांग

मेडिकल स्टोर में काम करने वाले दिलीप का हो रहा इलाज
मेडिकल स्टोर पर काम करने वाले दिलीप ने बताया कि कोरोना की दूसरी लहर के दौरान वो महामारी की चपेट में आ गए थे. मौजूदा समय में उनका पोस्ट कोविड-19 ट्रीटमेंट चल रहा है. दिलीप बताते हैं कि आमतौर पर अगर वह प्राइवेट डाक्टर को दिखाते तो उन्हें 500 से 1500 रुपए तक परामर्श फीस देनी पड़ती. सोशल मीडिया के माध्यम से उन्हें पता चला कि डॉ प्राची गर्ग द्वारा हेल्थ केयर वर्कर्स के लिए ओपीडी शुरुआत की गई है और ओपीडी की फीस बेहद कम है तो उन्होंने डॉक्टर मेजर प्राची गर्ग से चिकितस्य परामर्श लिया. आमतौर पर मेडिकल स्टोर आदि पर काम करने वाले लोगों की तनख्वाह बहुत कम होती है. ऐसे में कम तनख्वाह वाले हेल्थकेयर वर्कर्स को ओपीडी से खासा फायदा होगा.

AWARD
अवार्ड

AIIMS नर्स यूनियन ने CM को लिखा पत्र, परिजनों के लिए वैक्सीन की मांग

कई अवार्ड जीत चुकी हैं प्राची
वर्तमान में डॉ मेजर प्राची गर्ग IMA (INDIAN MEDICAL ASSOCIATION) के एथिक्स एवं ग्रीवान्स सेल (Ethics and Grievances Cell) की नेशनल कनवीनर के साथ ही IMA, नई दिल्ली ब्रांच की वाइस प्रेसीडेंट हैं. डॉ गर्ग IMA नई दिल्ली ब्रांच की पूर्व सचिव भी रह चुकी हैं. डॉ मेजर प्राची गर्ग को आई.एम.ए के डॉ ए पी शुक्ला मेमोरियल नेशनल अवार्ड, प्रेरणा नारी शक्ति सम्मान, ऑपरेशन विजय स्टार, कोरोना वारियर अवार्ड, लक्ष्मी हरिभाऊ वाकणकर सम्मान, आई.एम.ए प्रेसीडेंट एप्रीसिएशन अवार्ड, ग्रेट एचीवर अवार्ड, वुमन ऑफ़ सब्सटांस अवार्ड, नारी गौरव सम्मान, अग्र केसरी सम्मान, ग्रीन एम्बेसडर, शाइनिंग डायमंड अवार्ड, आकांक्षा समिति का आराधना सम्मान के साथ अनेक सम्मानों से सम्मानित किया जा चुका है.

नई दिल्ली/गाजियाबाद : कहते हैं कि सेना से जुड़े लोगों में देशभक्ति और देश सेवा का जज्बा हमेशा होता है. इस बात को साबित किया है गाजियाबाद के अशोक नगर की रहने वाली डॉ मेजर प्राची गर्ग ने. भारतीय सेना में बतौर मेडिकल ऑफिसर सेवाएं दे चुकी प्राची ने हाल ही में लो कॉस्ट ओपीडी ट्रीटमेंट (Low Cost OPD Treatment) की शुरुआत की है, जहां हर रविवार हेल्थ केयर वर्कर्स (Health Care Workers) को चिकत्सकीय सलाह दी जाती है. OPD का एक छोटा सा शुल्क भी रखा गया है, जो कि प्राइवेट डॉक्टर्स की फीस से बेहद कम है.

हेल्थ वर्कर्स की मदद करना है मकसद

घर में साप्ताहिक ओपीडी शुरू करने के पीछे उनका मक़सद कम फीस पर हेल्थ केयर वर्कर्स को चिकित्सकीय परामर्श देना है. डॉ गर्ग बताती हैं कि आमतौर पर देखने को मिलता है कि मेडिकल स्टोर, पैथोलॉजी लैब आदि में काम करने वाले लोगों की तनख्वाह बेहद कम होती है. ऐसे में ज़रूरत पड़ने पर एक अच्छे डॉ को दिखाने में असमर्थ होते हैं, क्योंकि प्राइवेट डाक्टर्स की फीस बहुत ज़्यादा होती है. इसी को देखते हुए उन्होंने साप्ताहिक ओपीडी शुरू की है, जिसकी फीस केवल 100 रुपये है.

मेजर प्राची गर्ग ने हेल्थ केयर वर्कर्स के लिए शुरू की OPD

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मेडिकल स्टोर में काम करने वाले दिलीप का हो रहा इलाज
मेडिकल स्टोर पर काम करने वाले दिलीप ने बताया कि कोरोना की दूसरी लहर के दौरान वो महामारी की चपेट में आ गए थे. मौजूदा समय में उनका पोस्ट कोविड-19 ट्रीटमेंट चल रहा है. दिलीप बताते हैं कि आमतौर पर अगर वह प्राइवेट डाक्टर को दिखाते तो उन्हें 500 से 1500 रुपए तक परामर्श फीस देनी पड़ती. सोशल मीडिया के माध्यम से उन्हें पता चला कि डॉ प्राची गर्ग द्वारा हेल्थ केयर वर्कर्स के लिए ओपीडी शुरुआत की गई है और ओपीडी की फीस बेहद कम है तो उन्होंने डॉक्टर मेजर प्राची गर्ग से चिकितस्य परामर्श लिया. आमतौर पर मेडिकल स्टोर आदि पर काम करने वाले लोगों की तनख्वाह बहुत कम होती है. ऐसे में कम तनख्वाह वाले हेल्थकेयर वर्कर्स को ओपीडी से खासा फायदा होगा.

AWARD
अवार्ड

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कई अवार्ड जीत चुकी हैं प्राची
वर्तमान में डॉ मेजर प्राची गर्ग IMA (INDIAN MEDICAL ASSOCIATION) के एथिक्स एवं ग्रीवान्स सेल (Ethics and Grievances Cell) की नेशनल कनवीनर के साथ ही IMA, नई दिल्ली ब्रांच की वाइस प्रेसीडेंट हैं. डॉ गर्ग IMA नई दिल्ली ब्रांच की पूर्व सचिव भी रह चुकी हैं. डॉ मेजर प्राची गर्ग को आई.एम.ए के डॉ ए पी शुक्ला मेमोरियल नेशनल अवार्ड, प्रेरणा नारी शक्ति सम्मान, ऑपरेशन विजय स्टार, कोरोना वारियर अवार्ड, लक्ष्मी हरिभाऊ वाकणकर सम्मान, आई.एम.ए प्रेसीडेंट एप्रीसिएशन अवार्ड, ग्रेट एचीवर अवार्ड, वुमन ऑफ़ सब्सटांस अवार्ड, नारी गौरव सम्मान, अग्र केसरी सम्मान, ग्रीन एम्बेसडर, शाइनिंग डायमंड अवार्ड, आकांक्षा समिति का आराधना सम्मान के साथ अनेक सम्मानों से सम्मानित किया जा चुका है.

Last Updated : Jul 4, 2021, 4:12 PM IST
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