नई दिल्ली/गाजियाबाद: कोरोना संक्रमित मरीजों का इलाज गाजियाबाद के सभी कोविड अस्पतालों में किया जा रहा है. इन सब के बीच कोरोना की सम्भावित तीसरी लहर से बच्चों को सुरक्षित रखने एवं समय से उपचार करने के लिए जिला प्रशासन ने अपनी तैयारियां शुरू कर दी है.
गाजियाबाद का पहला चाइल्ड डेडिकेटेड अस्पताल
जिला प्रशासन के मुताबिक राम सरन गर्ग इण्डो-जर्मन अस्पताल गाजियाबाद का पहला चाईल्ड डेडिकेटेड अस्पताल बनने जा रहा है. इस अस्पताल में बच्चों के उपचार के लिए 60 बैड्स, 01-वेंटिलेटर तथा आईसीयू वार्ड जैसी सभी महत्वपूर्ण सुविधाएं उपलब्ध रहेंगी. जल्द ही यहां ऑक्सीजन प्लांट भी बनाया जायेगा. यह अस्पताल गाजियाबाद का पहला बच्चों के लिए समर्पित अस्पताल होगा. इस चाईल्ड डेडिकेटेड अस्पताल में Pediatricians Doctor उपलब्ध रहेगा, जिसके लिए प्रशासन द्वारा Pediatricians Doctors की सूची तैयार कराई जा रही है.
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इसके साथ ही अस्पताल में Pediatricians Doctor के साथ-साथ आईसीयू वार्ड में एनेस्थीसिया के डाक्टर भी उपलब्ध रहेंगे. अस्पताल में पर्याप्त मात्रा में बच्चों के लिए प्रशिक्षित मेडिकल स्टाफ, पैरामेडिकल स्टाफ रखा जायेगा तथा अस्पताल में मुख्य रूप से बच्चों में सामान्य रूप से इस्तेमाल होने वाली सभी आवश्यक दवाएं उपलब्ध रहेंगी.
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अस्पताल में डेडिकेटिड Pediatricians स्टाफ नर्स रखी जायेंगी, जो बच्चों की केयर करने में दक्ष होंगी. अस्पताल में वेंटिलेटर टैक्नीशियन तथा Pulmonologist Doctors भी उपचार हेतु उपलब्ध रहेंगे. इस अस्पताल की सबसे खास बात यह होगी कि यहां के डाक्टर्स वर्चुअल आईसीयू के माध्यम से देश के शीर्ष संस्थानों के चिकित्सकों के साथ जुड़ेंगे.
बच्चों के उपचार के हेतु अस्पतालों में बैड्स होंगे आरक्षित
जिला प्रशासन ने जनपद के सभी प्राइवेट अस्पतालों के प्रबन्धकों को अस्पतालों में कम से कम 10-10 बैड्स बच्चों के उपचार के लिए आरक्षित रखने के निर्देश दिये हैं.