नई दिल्ली/गाजियाबाद: कृषि कानूनों की वापसी और न्यूनतम समर्थन मूल्य(MSP) की गारंटी की मांग को लेकर तकरीबन 80 दिनों से किसान गाजीपुर बॉर्डर सहित दिल्ली के विभिन्न बॉर्डरों पर बैठे हुए हैं. इस बीच मध्यप्रदेश में किसानों की फसल खरीदने के बाद व्यापारी के भागने का मुद्दा ट्विटर के माध्यम से किसान नेता राकेश टिकैत ने उठाया है. इस पूरे मामले को जानने के लिए ईटीवी भारत ने भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत से की खास बातचीत.
'अभी भी अपनी बात पर कायम'
ईटीवी भारत को खास बातचीत में राकेश टिकैत ने बताया कि वह अभी भी अपनी मांगों पर कायम है. तो वहीं दूसरी ओर मध्यप्रदेश में कृषि कानूनों का दुष्प्रभाव दिखना शुरू हो गया है. किसान नेता राकेश टिकैत ने बताया कि उनको आंदोलन करते हुए तकरीबन 80 दिन हो चुके हैं. ऐसे में वह अभी भी अपनी बात पर कायम है. जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं होंगी. किसान आंदोलन जारी रहेगा. इसके साथ ही उन्होंने बताया कि 14 फरवरी को पुलवामा में शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि देने के लिए कैंडल मार्च का कार्यक्रम भी रखा है.
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शाम को शहीदों को दी जाएगी श्रद्धांजलि
राकेश टिकैत ने अपने ट्वीट के बारे में बताया कि उनको पता लगा कि मध्यप्रदेश में एक निजी व्यापारी किसानों के 200 करोड़ का धान खरीद कर भाग गया है. अब ऐसे में कृषि कानूनों का दुष्प्रभाव देखने को मिल रहा है.