नई दिल्ली/गाजियाबाद: जिले के डासना देवी मंदिर में 2 दिन पहले दो संदिग्ध युवकों को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया गया था. मंदिर के महंत नरसिंहानंद सरस्वती ने आरोप लगाया था कि दोनों युवक मंदिर में उनकी हत्या करने के लिए आए थे, लेकिन पुलिस इस मामले में अभी तक कुछ पता नहीं लगा पाई है. पुलिस को अभी तक दोनों युवकों के मंदिर में पहुंचने की वजह तक नहीं पता चल पाई है. पूछताछ के बाद भी दोनों युवकों ने मंदिर में दाखिल होने की वजह नहीं बताई है.
कस्टडी रिमांड की पुलिस करेगी मांग
शुक्रवार को दोनों युवकों को गाजियाबाद कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. मंदिर में सुरक्षा को भी बढ़ाया गया है. मंदिर में जब दोनों आरोपियों को पकड़ा गया था, तब इनका वीडियो भी बनाया गया था. दोनों में से एक आरोपी ने अपना नाम गलत बताया था. बताया जा रहा है कि पुलिस इन दोनों आरोपियों के कस्टडी रिमांड की अपील कोर्ट से करेगी.
विवादों से नाता बना जान पर आफत
मंदिर के महंत नरसिंहानंद सरस्वती के कई बयान विवादास्पद रहे हैं, जिसके बाद उनको लेकर आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी कई बार देखने को मिला है. इस बीच दिल्ली में पिछले महीने पकड़े गए आतंकी ने खुलासा किया था कि मंदिर के महंत पर हमला करने के लिए हमलावर भेजे जाने की साजिश की गई थी.
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इसके अलावा भी मंदिर के महंत को कई तरह की धमकियां मिलती रही हैं. इस बार भी पकड़े गए दोनों आरोपियों से सर्जिकल ब्लेड मिले हैं. आरोपियों से जहर भी बरामद किया गया था. लेकिन पुलिस के लिए आरोपियों से उनके बारे में जानकारी जुटाना एक बड़ी चुनौती बन गया है.