नई दिल्ली/गाजियाबाद: मोदीनगर के अपर बाजार इलाके में शराब की दुकान खोलने को लेकर स्थानीय निवासियों में रोष है, उनका कहना है कि यहां पर पास ही में स्कूल और स्थानीय लोगों का आना जाना लगा रहता है. लेकिन इसके बावजूद यहां पर नियमों के विरुद्ध शराब की दुकान को खोला जा रहा है. जिसको लेकर वह 3 दिन से लगातार धरना दे रहे हैं.
जांच की मांग
स्थानीय निवासी डॉ अनुज अग्रवाल का कहना है कि यह ठेका गैर कानूनी और नियमों के विरुद्ध है. एक्साइज एक्ट में स्पष्ट नियम दिए गए हैं कि नगर पालिका क्षेत्र में स्कूल के 75 मीटर के आसपास कोई भी शराब की दुकान नहीं खुल सकती है, इसके बावजूद भी स्कूल के पास किन लोगों ने शराब की दुकान खोलने की परमिशन दी है, उसकी जांच होनी चाहिए.
उन्होंने बताया कि स्कूल के पास शराब खुलने की शिकायत प्रशासन, विधायक, सांसद और भी अधिकारियों को दी है, लेकिन कहीं भी उनकी सुनवाई नहीं हो रही है. सब नियमों को ताक पर रखकर रिहायशी इलाके में शराब की दुकान खुलवाई जा रही है. अगर शराब की दुकान यहां से नहीं हटाई जा जाती है, तो वह धरना चालू रखेंगे.
नहीं हो रही सुनवाई
स्थानीय निवासी एकता अग्रवाल का कहना है कि गली के अंदर उनका घर है, ऐसे में गली के बाहर शराब की दुकान खोलने से वह और उनके बच्चे कैसे आना-जाना करेंगे और पास ही में स्कूल है. वह अपनी शिकायत को लेकर उप जिलाधिकारी, तहसीलदार, पुलिस स्टेशन सब के पास जा रहे हैं, लेकिन उनकी कहीं भी सुनवाई नहीं हो रही है.
आंदोलन की दी चेतावनी
अखिल भारतीय जाट समाज के जिलाध्यक्ष राजन चौधरी का कहना है कि वह स्थानीय लोगों के साथ हैं, हमारी मां बहने यहां पर स्कूल से बच्चों को लाने और ले जाने आती हैं. सरकार ने यहां पर मॉडल शॉप बनाकर बहुत बड़ी गलती की है. इसको यहां से हटाया जाए अगर ऐसा नहीं होता है, तो बहुत बड़ा आंदोलन होगा और चक्का जाम किया जाएगा.
मोदीनगर तहसीलदार उमाकांत तिवारी ने बताया कि आबकारी विभाग विभाग द्वारा मॉडल शराब का एक लाइसेंस दिया गया है, जिसका कुछ स्थानीय निवासी विरोध कर रहे हैं. इस संबंध में उनको ज्ञापन दिया गया है. इस मामले में नियमानुसार जो भी कार्रवाई होगी वह करेंगे.