नई दिल्ली/गाजियाबाद: दिल्ली NCR में ऑक्सीजन की किल्लत लगातार बढ़ रही है. इसी कड़ी में गाजियाबाद से एक मामला सामने आया है, जहां पिछले तीन दिन से एक बेटा अपने पिता की जान बचाने के लिए लाइन में लगा है. लेकिन ऑक्सीजन के किल्लत होने की वजह से तीन दिन बाद भी उसे ऑक्सीजन नहीं मिला. सिर्फ एक बेटे ही नहीं, बल्कि न जाने कितने बेटे, भाई और पिता अपनों की जान बचाने के लिए यहां कतार में लगे हैं.
तीन दिन से एजेंसी के बाहर लाइन लगे लोग
ईटीवी भारत से राकेश नाम के युवक ने अपना दर्द बयां करते हुआ कहा कि वह गाजियाबाद के लोहा मंडी स्थित ऑक्सीजन गैस एजेंसी के बाहर लाइन में लगा है. सरकारी आदेश में कहा गया था कि यहां ऑक्सीजन मिलेगी. नंबर लगाने के लिए ऑक्सीजन सिलेंडर जमा कर दिया गया था. वादे के मुताबिक सिलेंडर भर कर वापस मिल जाना चाहिए था, लेकिन कई लोग ऐसे हैं, जिन्हें तीन दिन बाद भी ऑक्सीजन नहीं मिला है.
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लोग कर रहे अपने खाली सिलेंडर की मांग
हालांकि रोजाना यहां पर ऑक्सीजन टैंकर आ रहा था, लेकिन कल गाजियाबाद में पंचायत चुनाव के वोटों की काउंटिंग के चलते ज्यादातर अधिकारी उसमें व्यस्त थे, जिसके कारण लोग अपने खाली सिलेंडर भी वापस मांग रहे हैं. आज भी कतार में लगने के बावजूद उन्हें गैस नहीं मिला.
एजेंसी के सुपरवाइजर ने किए हाथ खड़े
एजेंसी के सुपरवाइजर ने बताया कि कई बार फोन करने के बाद भी प्रशासन की तरफ से कोई जवाब नहीं मिल रहा है. लिहाज़ा यहां ऑक्सीजन सप्लाई नहीं हुई है. यही वजह है कि लोगों को खाली हाथ वापस भेजने के अलावा कोई रास्ता नहीं बचा है.
आखिर कब तक रहेगी मजबूरी की कतार
आपको बता दें, जब तक यहां ऑक्सीजन आती है, तब तक कतार इतनी लंबी हो जाती है कि कतार में पीछे लगे अधिकतर लोगों को अक्सीजन नहीं मिल पाती, जिसकी वजह से कई लोग इंतजार में हैं. मगर डर इस बात का है कि जो मरीज बिना ऑक्सीजन के सांस नहीं ले पा रहे, उनकी जिंदगी कब तक इंतजार करेगी. सवाल ये भी है कि आखिर कब तक लोग इस तरह मजबूरी की कतार में लगे रहेंगे..? जवाब देने वाला कोई नहीं है...