नई दिल्ली/गाजियाबाद: राजधानी दिल्ली से सटे गाजियाबाद के मसूरी इलाके में सैकड़ों लोगों ने नेशनल हाइवेज अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) के खिलाफ नारेबाजी और प्रदर्शन किया. लोगों का आरोप है कि दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे के पास सड़क निर्माण के लिए उनकी जमीनों का अधिग्रहण किया गया था. जिसके लिए उन्हें मुआवजा देने की बात कही गई थी. लेकिन अब मुआवजा मिलने में देरी हो रही है. लेकिन NHAI ने आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है.
बिना मुआवजे के मकान तोड़ने का आरोप
लोगों का आरोप लगाया कि उनके मकानों को भी तोड़ा जा रहा है. लेकिन मुआवजे की राशि की बात नहीं हो रही है. लोगों ने बड़ा आंदोलन करने की चेतावनी दी है.
'किसी का कोई पैसा बकाया नहीं'
NHAI के टेक्निकल मैनेजर अरविंद कुमार के मुताबिक शासन ने जिन लोगों की जमीन अधिकृत की थी. उनको मुआवजा राशि दे दी गई है. कुछ लोगों ने बाद में बिल्डरों और प्रॉपर्टी डीलरों से मकान की रजिस्ट्री करवाई थी, जो अभी अटकी हुई है.
हमारी तरफ से किसी का भी कोई पैसा बकाया नहीं है. लोगों ने काम रोकने की धमकी दी थी. हालांकि सभी को समझा-बुझाकर वापस भेज दिया गया है. इस मामले में लोगों को समझाया गया कि जिला प्रशासन से जाकर इस मामले में बातचीत कर समस्या का हल निकाला जा सकता है.