गाजियाबाद/नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश में स्कूलों को 16 अगस्त आनी आज से खोलने के लिए योगी सरकार ने निर्देश जारी किए थे. फिलहाल स्कूलों को 50 फीसदी छात्रों की ही उपस्थिति की इजाजत दी गई है. इसके अलावा कोविड प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन कराने का भी आदेश दिया गया है. सरकार के निर्देश के बाद आज से स्कूल खुल गये हैं.
प्रदेश सरकार की तरफ से जारी दिशा-निर्देशों में साफ किया गया है कि स्कूल का संचालन सिर्फ सप्ताह में 5 दिन ही किया जाएगा. शनिवार और रविवार स्कूल बंद रहेंगे. शनिवार के दिन विद्यालय को पूरी तरह से सैनिटाइज किया जाएगा. उसके बाद ही छात्रों को स्कूल में प्रवेश की अनुमति मिलेगी.
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वहीं इस मसले पर पीस पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता शादाब चौहान का कहना है कि उत्तर प्रदेश में आज से स्कूल खोल दिये गए हैं. सरकार का स्कूल खोलने का फैसला जल्दबाज़ी भरा फैसला है. क्योंकि बच्चों के लिए अभी किसी प्रकार के वैक्सीनेशन की व्यवस्था नहीं है. स्कूल में बच्चों के लिए सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना असंभव है. स्कूल खोलने को लेकर प्रदेश सरकार को जल्दबाजी नहीं दिखानी चाहिए. कोरोना की दूसरी तहर के दौरान भारी अव्यवस्था देखने को मिली थी. सरकार को स्कूल खोलने के लिए तैयारियां पूरी करनी चाहिए क्योंकि मौजूदा समय में पूरी नहीं है.
बता दें कि गाजियाबाद पेरेंट्स एसोसिएशन ने उत्तर प्रदेश सरकार के 16 अगस्त से स्कूल खोलने के निर्णय को लेकर अभिभावकों से बच्चों को स्कूल भेजने को लेकर राय जानने के लिये गूगल सर्वे कराया गया था. जिसमें 450 से ज्यादा अभिभावकों ने हिस्सा लिया था. जिसमें 90.4 फीसदी अभिभावक प्रदेश सरकार द्वारा 16 अगस्त से स्कूल खोलने के निर्णय से असहमति जताई थी.
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उत्तर प्रदेश सरकार ने स्कूलों को खोलने के लिए जरूरी दिशा-निर्देश दिये हैं. उन निर्देशों में कहा गया है कि विद्यालाय द्वारा सप्ताह में शनिवार और रविवार को छोड़कर 5 दिन ऑफलाइन कक्षाओं का संचालन किया जा सकेगा. कक्षाएं सुबह 8 बजे से दोपहर 12 बजे तक और दोपहर 12:30 बजे से शाम 4:30 बजे तक दो पालियों में संचालित की जा सकेंगी. क्लास 9 से 12 तक के 50 फीसदी छात्र-छात्राओं को ही एक पाली में विद्यालय बुलाया जाएगा. जबकि प्रत्येक दिल विद्यालय खोले जाने से पहले, प्रत्येक पाली की पढ़ाई के बाद और सप्ताह में शनिवार को विद्यालय परिसर में सैनिटाइजेशन का काम आवश्यकत तौर पर कराना होगा. विद्यालयों में सैनिटाइजर, हैंड वॉश, थर्मल स्कैनिंग, पल्स ऑक्सीमीटर और प्राथमिक उपचार की व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी. यदि किसी विद्यार्थी, शिक्षक और कर्मचारी को खांसी, जुकाम और बुखार के लक्षण हैं तो प्राथमिक उपचार देकर उसे घर वापस भेज दिया जाएगा. स्कूल बस और अन्य वाहनों को भी नियमित रूप से प्रतिदिन सैनिटाइज कराना होगा. सभी शिक्षकों, छात्रों और कर्मचारियों को मास्क पहनना अनिवार्य होगा. विद्यालय प्रबंधन द्वारा अतिरिक्त मात्रा में मास्क की उपलब्धता सुनिश्चित करनी होगी.