नई दिल्ली/गाजियाबाद: पीस पार्टी के नेताओं का कहना है कि एक तो वह पहले ही कोरोना महामारी लोग परेशान हैं. वहीं अब पेट्रोल-डीजल के दामों में बढ़ोतरी होने से सरकार उनको मार रही है. जिस पर उनको एक गाना याद आता है कि एक तो खुदा की खुदाई मार गई, बाकी कुछ बचा तो महंगाई मार गई.
20 दिन से लगातार जारी पेट्रोल-डीजल में हो रही बढ़ोतरी के खिलाफ विपक्ष सरकार पर लगातार हमलावर रुख अपना रहा है, जिसको लेकर विपक्षी पार्टी के नेता लगातार विरोध प्रदर्शन करते हुए सरकार को ज्ञापन सौंप रहे हैं. इसी को लेकर पीस पार्टी के नेताओं ने गाजियाबाद जिलाधिकारी कार्यालय में ज्ञापन सौंपा है, जिसमें पेट्रोल-डीजल की दामों में कमी करने की मांग की गई है.
पीस पार्टी के जिलाध्यक्ष का कहना
ईटीवी भारत को पीस पार्टी के जिलाध्यक्ष हाजी नाजिम खान ने बताया कि वह पेट्रोल-डीजल के दामों में कमी करने की मांग को लेकर जिलाधिकारी कार्यालय में ज्ञापन देने आए हैं. पेट्रोल-डीजल के दामों में बढ़ोतरी होने से सरकार गरीब मजदूरों का पूरी तरीके से खून चूसने का काम कर रही है. क्योंकि कोरोना महामारी के कारण लोगों के पास रोजगार नहीं है, ऐसे में वह कैसे पेट्रोल-डीजल का खर्चा बर्दाश्त करेंगे. इसीलिए पीस पार्टी मांग करती है कि सरकार ने जो पेट्रोल-डीजल पर दाम बढ़ाए हैं, उसको वापस ले और आम जनता को राहत प्रदान करें.
पार्टी के उत्तर प्रदेश सचिव को याद आया गाना
वहीं पार्टी के उत्तर प्रदेश सचिव मोहम्मद नईम मंसूरी ने बताया कि हमें सरकार बनने से पहले दिलासा दिया गया था कि महंगाई में कमी होगी. लेकिन अब एक ओर कोरोना महामारी की मार से परेशान है और दूसरा महंगाई की मार से परेशान हो रहे हैं. इसके साथ ही उनका कहना है कि इस दौर को देखकर उन्हें एक गाना याद आता है कि एक तो खुदा की खुदाई मार गई, बाकी कुछ बचा तो महंगाई मार गई. इस सरकार ने वह काम कर दिया है. क्योंकि वह पहले ही कोरोना महामारी की वजह से कुदरत की मार से मर रहे हैं और अब सरकार ने पेट्रोल डीजल के दाम बढ़ाकर उन्हें ओर महंगाई से मार दिया है.