नई दिल्ली/गाजियाबाद: कोरोना के संक्रमण की रोकथाम के उद्देश्य से शासन से नामित नोडल अधिकारी द्वारा आज पुनः बैठक की गई. इस दौरान उत्तर प्रदेश शासन से नामित गाजियाबाद जनपद के नोडल अधिकारी एवं सचिव सेंथिल पांडियन सी एवं किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी(केजीएमयू) के प्रो. अनिल चंद्रा मौजूद रहे. कोरोना के संक्रमण को रोकने के उद्देश्य से सर्विलेंस के कार्यों को जनपद में संचालित करने के निर्देश दिए हैं.
सर्विलेंस का कार्य जरूरी
नोडल अधिकारी ने समीक्षा करते हुए कहा कि कोरोना के संक्रमण को रोकने में सर्विलेंस का कार्य बहुत ही महत्वपूर्ण है. जहां पर कोरोना के संक्रमित मरीज मिल रहे हैं, उन्हें तत्काल आइसोलेशन करते हुए तुरंत परीक्षण कराने की कार्रवाई सुनिश्चित की जाए.
अधिकारियों को दिए गए निर्देश
जनपद में कोविड-19 अस्पतालों में सभी मरीजों का कोविड-19 के प्रोटोकॉल के तहत इलाज के लिए और सभी को मानकों के अनुसार खानपान की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए. इस संबंध में भी समीक्षा करते हुए स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए.
सभी को सुरक्षित रखना उद्देश्य
बैठक में केजीएमयू के प्रो. अनिल चंद्रा के द्वारा स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों एवं चिकित्सकों को तकनीकी जानकारी भी उपलब्ध कराई ताकि सभी अस्पतालों में कोरोना के मरीजों का मानकों के अनुसार इलाज संभव हो सके. सभी चिकित्सक और पैरामेडिकल स्टाफ कोरोना वायरस के संक्रमण से सुरक्षित रहे.
ईएसआईसी अस्पताल का निरीक्षण
दूसरे चरण में नोडल अधिकारी सेंथिल पांडियन सी एवं केजीएमयू के प्रो. डॉ. चंद्रा के द्वारा साहिबाबाद में पहुंचकर ईएसआईसी अस्पताल का स्थल निरीक्षण किया गया. जहां पर उन्होंने चिकित्सा अधीक्षक के रूम में कंप्यूटर के माध्यम से मरीजों के संबंध में आवश्यक जानकारी प्राप्त की. इसके उपरांत दोनों अधिकारियों के द्वारा साहिबाबाद में गुलमोहर ग्रीन सोसाइटी का स्थल निरीक्षण किया गया. जिसको कोरोना के संक्रमित व्यक्ति पाए जाने के बाद कंटेनमेंट जोन बनाया गया.