नई दिल्ली/गाजियाबाद : जिले के कमला नेहरू नगर स्थित राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल एनडीआरएफ (NDRF National Disaster Response Force) की आठवीं बटालियन में महिला दिवस मनाया गया. बटालियन में कार्यरत महिला कर्मियों द्वारा एक विशेष प्रदर्शन किया गया जिसमें दर्शाया गया है कि आज भारतीय महिलाएं हर क्षेत्र में अपने आप को संकटमोचन की तरह सिद्ध करना जानती हैं. चाहे वह आपदा का समय ही क्यों ना हो.
एनडीआरएफ की आठवीं बटालियन के कमांडेंट पीके तिवारी द्वारा बताया कि बीते वर्ष कई महिलाओं ने एनडीआरफ को बतौर महिला Rescuer जॉइन किया. सिर्फ एक साल में महिला Rescuers ने ट्रैनिंग कर अग्रिम मोर्चे पर तैनात रहकर लोगों की जान बचाने की तमाम तकनीक के सीख ली है. आसपास के क्षेत्रों में जब-जब रेस्क्यू ऑपरेशंस चलाए गए हैं उनमें महिला Rescuers ने अहम भूमिका निभाई है. एनडीआरएफ में कई महिला Rescuer न सिर्फ रेस्क्यू ऑपरेशन में अहम भूमिका निभा रही हैं बल्कि अन्य महिला Rescuers के बैच को भी प्रशिक्षित कर रही हैं.
NDRF की महिला Rescuers निभा रही हैं अहम भूमिका पीके तिवारी ने बताया कि एनडीआरएफ गाजियाबाद में महिला सशक्तिकरण पर बल देते हुए 8 मार्च को आजादी के 75वें अमृत महोत्सव पर वूमेन रन, वूमेन एंपावरमेंट पर कार्यशाला, कल्चरल प्रोग्राम, महिला रेस्क्युर्स द्वारा पुरुष रेस्क्युर्स के समकक्ष रेस्क्यू अभ्यास आदि जैसे कार्यक्रमों का आयोजन किया गया. इसके साथ साथ ब्यूरो ऑफ पुलिस रिसर्च एण्ड डवलपमेंट द्वारा महिपालपुर मुख्यालय में आयोजित 'सेफ्टी एंड सिक्योरिटी ऑफ वूमेन' थीम पर केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी की अध्यक्षता में आयोजित कॉन्फ्रेंस में गाजियाबाद एनडीआरएफ से 5 महिला रेस्क्युर्स ने प्रतिभागिता की है.
NDRF की महिला Rescuers निभा रही हैं अहम भूमिका उन्होंने बताया कि पूरी दुनिया में हर साल 8 मार्च को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जाता है. अपने घर से लेकर देश की तरक्की में महिलाओं ने हर संभव अपना योगदान दिया है. साल के 365 दिन उनके त्याग और परिश्रम के लिए न्यौछावर किये जाए तो भी कम है मगर इस एक दिन समाज महिलाओं द्वारा की गयी हर तपस्या का सम्मान करता है. शायद ही ऐसा कोई क्षेत्र होगा जहां महिलाओं ने अपने हाथ न आजमाए हों. कार्यक्रम के दौरान एनडीआरएफ महिला रेस्क्यूर्स के साथ केक भी काटा गया.
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