नई दिल्ली/गाजियाबाद: गाजियाबाद की अर्थला झील के पास नगर निगम की टीम अवैध निर्माण को तोड़ने के लिए पहुंची. लेकिन मौके पर लोगों ने इसका विरोध किया, जिसके बाद नगर निगम की टीम को अपना काम रोकना पड़ा.
जारी रहेगी कार्रवाई
लंबे समय से इन मकानों को गिराने की कार्रवाई पूरी नहीं हो पा रही है. लोग लगातार इसका विरोध करते हैं, लोगों ने आज भी विरोध जाहिर किया. महिलाएं और बुजुर्ग भी मौके पर रोते-बिलखते देखे गए. लोगों का कहना था कि उन्होंने अपनी मेहनत की कमाई से घर बनाए थे, मकान लेते समय उन्हें नहीं पता था कि यह मकान अवैध हैं. वहीं नगर निगम की टीम का कहना है कि फिलहाल आंशिक रूप से कार्रवाई की गई है. आगे भी कार्रवाई जारी रहेगी.
एनजीटी का है आदेश
एनजीटी के आदेश के बाद ही यह कार्यवाई अमल में लाई जा रही है. एनजीटी ने साफ तौर पर कहा है कि झील को उसके सही स्वरूप में लाया जाए. इसलिए प्रशासन ने ध्वस्तीकरण की कार्रवाई शुरू की थी. मामले में अवैध निर्माण करने वालों के खिलाफ एफआइआर भी दर्ज की जा चुकी है और साथ ही लोगों के पुनर्वास की व्यवस्था के लिए उन्हें दूसरी जगह आवास देने की भी व्यवस्था, प्रशासन की तरफ से की जा चुकी है. लेकिन फिर भी लोग लगातार विरोध करते हैं और सरकारी काम में बाधा डालते हैं, जिससे कार्य पूरा नहीं हो पाता है.
हालांकि, मौके पर पहुंची पुलिस ने स्थिति पर काबू पा लिया है. आपको बता दें, अर्थला झील के पास बने सैकड़ों अवैध मकानों को ध्वस्त करने का आदेश पहले भी हो चुका है.