नई दिल्ली/गाजियाबाद: दिल्ली समेत पूरे देश में कोरोना वायरस का संक्रमण कहर बनकर टूट रहा है. हर रोज एक नया रिकॉर्ड कायम कर रहा है. इसी क्रम में मुफ्ती आबिद कासमी ने अपनी कौम के नाम हदीस के हवाले से एक पैगाम दिया है कि जो लोग यह समझ रहे हैं कि कोरोना एक बीमारी नहीं अफवाह है. ऐसा नहीं है. यह बीमारी है. उन्होंने कहा कि ऐसी बीमारियां हमारे नबियों के जमाने में भी फैली हैं.
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मुफ्ती आबिद कासमी का कहना है कि इस समय देश दुनिया में कोरोना महामारी फैली हुई है. जोकि बहुत खतरनाक है. इसीलिए हम सभी को इस बीमारी से बचना चाहिए. इस बीमारी को लेकर वो सभी लोगों को एक पैगाम देना चाहते हैं कि कुछ लोग यह अफवाह फैला रहे हैं कि यह कोई बीमारी नहीं है. लोगों को गुमराह किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि मुस्लिम हदीस के अनुसार, हमारे नबी ने फरमाया कि अगर किसी शहर में कोई मर्ज फैला हो तो तुम उस शहर में मत जाओ. अगर कोई बीमारी तुम्हारे शहर में फैली हुई है, तो तुम अपने घरों से बाहर मत निकलो. खुद को घरों में कैद कर लो.
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बीमारी से गई थी कई साहाबाओं की गई थी जान
मुफ्ती आबिद कासमी ने बताया कि ऐसी बीमारियां 1440 साल पहले हमारे सहाबा/नबियों के जमाने में भी आई हैं. नबी की हदीस का हवाला देते हुए मुफ्ती ने बताया कि बीमारी एक आग की तरह होती है और इंसान इसका इंधन होता है. इसीलिए सभी अलग-अलग हो जाओ और दूरदराज पहाड़ों पर चले जाओ. जब आग को इंधन नहीं मिलेगा तो आग बुझ जाएगी. इससे बचने का तरीका यह है कि सरकार और डॉक्टर द्वारा दी गई गाइडलाइंस का सभी पालन करें. इसके साथ ही दुआ करें कि रमजान के मुबारक महीने में खुदा इस बीमारी को देश में से खत्म फरमाएं.