नई दिल्ली/गाजियाबाद: गाजियाबाद के घंटाघर गोल मार्केट में गुफा वाले, दुर्गा मंदिर की काफी पुरानी मान्यता है. भक्त यहां दूर-दूर से आते हैं. उनकी सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं. नवरात्रि में यहां भक्तों का तांता लगा रहता है. इस मंदिर की खास बात ये है कि यहां वैष्णो देवी मंदिर की छवि देखने को मिलती है.
गुफा वाले मंदिर के पुजारी दिनेश भारद्वाज ने बताया कि यह मंदिर काफी प्राचीन है. यहां पर श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ता है. खासकर नवरात्रि में मां के दर्शन के लिए लंबी-लंबी लाइन लगती हैं. मान्यता है कि यहां आने वाले श्रद्धालुओं के सभी संकट और दुःख दूर हो जाते हैं. मनोकामना पूरी होने पर श्रद्धालु मां के दरबार में नारियल का प्रसाद चढ़ाते हैं.
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हालांकि कोरोना काल में श्रद्धालुओं की संख्या में कमी आई है, लेकिन अब नवरात्रि में काफी संख्या में श्रद्धालु मंदिर में पहुंचने शुरू हो रहे हैं.
श्रद्धालु ऋतु सैनी का कहना है कि यह मंदिर बहुत ही पवित्र और पावन है. वह इस मंदिर में काफी सालों से आ रही हैं. नवरात्रि में जो लोग मां वैष्णो देवी के मंदिर नहीं जा पाते हैं. वह लोग उसी प्रकार से यहां पर पूजा अर्चना करते हैं क्योंकि गुफा वाले मंदिर में आकर मां वैष्णो देवी के मंदिर जैसा ही अनुभव होता है.
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एक दूसरी श्रद्धालु इंदिरा का कहना है कि उनको गुफा वाले मंदिर में आकर बहुत ही अच्छा लगता है. मान्यता है कि यहां पर माता से जो भी मांगा जाता है. वह पूरा होता है. जो लोग किसी भी मजबूरी की वजह से मां वैष्णो देवी के मंदिर नहीं जा पाते हैं वह यहां आकर मां से प्रार्थना करते हुए अपनी मनोकामना पूरी कर सकते हैं.
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मंदिर में बनी गुफा की भी अपनी मान्यता है. जब गुफा में से होकर दरबार तक भक्त जाते हैं, तो गुफा में मौजूद शीतल जल से वह पूरी तरह से पवित्र हो जाते हैं. हालांकि कोरोना काल की वजह से फिलहाल गुफा में भक्तों को जाने से मना किया गया है, लेकिन भक्तों को उम्मीद है कि माता जल्द इस कोरोना से दुनिया को निजात दिलवाएंगी.