नई दिल्ली/गाजियाबाद: गाजियाबाद की हवा का मिजाज बदलना शुरू हो गया है. एनसीआर से सटे पड़ोसी राज्यों में पराली जलाने की घटनाएं सामने आ रही हैं. इसकी वजह से प्रदूषण के स्तर में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है. गाजियाबाद भी वायु प्रदूषण की चपेट में है, यहां एयर क्वालिटी इंडेक्स खराब श्रेणी में पहुंच गया है, जबकि लोनी इलाके का प्रदूषण स्तर अत्यंत खराब श्रेणी में दर्ज किया गया है.
दिल्ली से सटे गाजियाबाद की वायु गुणवत्ता आज सुबह 10 बजे खराब श्रेणी में दर्ज की गई है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा जारी किए गए आंकड़ों की माने तो गाजियाबाद में सुबह 10 बजे एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) 283 रहा, जो खराब श्रेणी में आता है.
एक नजर गाजियाबाद के प्रदूषण स्तर पर
- इंदिरापुरम, गाजियाबाद: 265
- वसुंधरा, गाजियाबाद: 255
- संजय नगर, गाजियाबाद: 297
- लोनी, गाजियाबाद: 316
हालांकि लगातार बढ़ रहे प्रदूषण स्तर को मद्देनजर रखते हुए प्रशासन ने सख्ती शुरू कर दी है. हिंडन विहार इलाके में रविवार को प्रशासन की टीम ने प्रदूषण फैला रही फैक्ट्री और गोदामों पर छापेमारी की. इसमें अवैध रूप से चल रही है 6 फैक्ट्रियों और गोदामों को सील किया गया था, जबकि सोमवार को लोनी इलाके में अवैध रूप से चल रहे वाहनों पर भी सीलिंग की कार्रवाई की गई.
क्या है AQI का मापदंड
एयर क्वालिटी इंडेक्स जब 0-50 होता है तो इसे 'अच्छी' श्रेणी में माना जाता है. 51-100 को 'संतोषजनक', 101-200 को 'मध्यम', 201-300 को 'खराब', 301-400 को 'अत्यंत खराब', 40-500 को 'गंभीर' और 500 से ऊपर एयर क्वालिटी इंडेक्स को 'बेहद गंभीर' माना जाता है.