नई दिल्ली/गाजियाबाद: बुधवार से गाजियाबाद पेरेंट्स एसोसिएशन के पदाधिकारी और अभिभावक जिला मुख्यालय के बाहर भूख हड़ताल पर बैठे हुए हैं. अभिभावकों का कहना है कि ना तो सरकार और ना ही स्कूल प्रबंधन उनकी सुनवाई कर रहा है. अपनी मांगों को लेकर पेरेंट्स एसोसिएशन के पदाधिकारी और अभिभावकों की भूख हड़ताल बीते तीन दिनों से जारी है.
साधना सिंह की तबीयत खराब
गाजियाबाद पेरेंट्स एसोसिएशन की अध्यक्ष सीमा त्यागी ने कहा कि पिछले 3 दिनों से अभिभावकों की मांगों को लेकर हम लोग धरने पर बैठे हुए हैं. उन्होंने कहा कि उनके साथ साधना सिंह और भारती शर्मा भूख हड़ताल पर हैं. शुगर लेवल गिरने से साधना सिंह की कल शाम तबीयत बिगड़ गई थी लेकिन प्रशासन ने कोई मेडिकल टीम नहीं भेजी और पिछले 3 दिनों से शासन और प्रशासन द्वारा भूख हड़ताल और धरने को खत्म करने के लिए दबाव डाला जा रहा है. उन्होंने कहा कि जब तक प्रशासन और सरकार द्वारा मांगों को नहीं माना जाता है. तब तक भूख हड़ताल इसी तरह जारी रहेगी. वहीं बताया जा रहा है कि साधना सिंह की बिगड़ती हालत को देखते हुए उन्हें अस्पताल में भर्ती करने की सलाह दी गई है.
ये हैं प्रमुख मांगे
- लॉकडाउन के दौरान तमाम स्कूल बंद रहे ऐसे में अप्रैल मई-जून की फीस स्कूलों द्वारा माफ की जाए.
- कक्षा 5 तक के विद्यार्थियों को ऑनलाइन क्लासेस दिए जाने पर पूरी तरह से रोक लगाई जाए.
- स्कूल ना खुलने तक फीस का निर्धारण ऑनलाइन द्वारा दी जा रही शिक्षा के आधार पर किया जाए.
- सरकारी विद्यालयों का जीर्णोद्धार किया जाए.
- सभी निजी स्कूलों में एनसीईआरटी पाठ्यक्रम सख़्ती से सुनिश्चित कराया जाए.
बता दें कि उसके गाजियाबाद पेरेंट्स एसोसिएशन और अभिभावकों द्वारा की जा रही भूख हड़ताल का कई विपक्षी पार्टियों द्वारा समर्थन किया जा चुका है. इसके साथ ही ऑल गौतमबुद्ध नगर पेरेंट्स एसोसिएशन समेत कई संगठनों द्वारा भी समर्थन दिया गया है.